ज़िम्मेदारी का बोझ इंसान को काम करने पर मजबूर बना देता हे यानिकि जब इंसान के ऊपर घर की पूरी जिम्मेदारी आ जाती हे तब वो इंसान अपने सपने को , अपने शोख को दफ़ना देता हे लेकिन कभी भी जिम्मेदारी से हमें भागना नहीं चाहिए क्योकि जिम्मेदारियां ही हमें ज़िन्दगी में हुनरमंद बनाती हे और ये बात भी सच ही हे की जिम्मेदारी उम्र से पहले हमें बड़ा बना देती हे लेकिन हमें हर हालत में , पर परिस्थिति से लड़ना भी सीखा देती हे।
आज बच्चे भी छोटी उम्र में अपने पैरो पर खड़े हो गए हे क्योकि उनके सर पर वो जिम्मेदारियां होती हे जो उनको बच्चे होते होये भी बड़ा बना देती हे तो दोस्तों आज हम जिम्मेदारी पर शायरी, स्टेटस और कोट्स लेकर आये हे हमें उम्मीद हे की आपको ये जरूर पसंद आएंगे।
ज़िम्मेदारी पर शायरी – Jimmedari Shayari
हँसकर भी देख लिया हमने
रोकर भी देख लिया हमने
ज़िन्दगी को वही अच्छे से जी सकता हे
जिसने खुद अपनी जिम्मेदारियां लेना सिख लिया
👉
पापा के चले जाने के बाद
पुरे घर की जिम्मेदारी उठाते देखा हे
कुछ इस तरह मैने मेरी माँ को भी
बाप बनते हुए देखा हे
👉
बचपन में जिम्मेदारी की
गठरी को सर पर सजाया था
हमने तो बचपन में ही अपना
बचपन गवाया था
👉
अपने परिवार की जिम्मेदारी
अंतिम साँस तक निभाई उसने
एक आम आदमी के हिस्से में
मौत भी कुछ इस कदर आई
👉
ghar ki jimmedari shayari
सबसे बड़े थे घर में
इसलिए दूर रहना सिख लिया हमने
जिम्मेदारियों का बोझ ज्यादा था हम पर
इसलिए बचपन जल्द छोड़ दिया हमने
👉
मुझे प्यार भी हे तुझसे
और ज़िन्दगी में जरुरत भी हे
मुझ पर घर की ज़िम्मेदारी भी हे
और उसको मुझसे उम्मीद भी हे
👉
जिम्मेदारी ही होती हे जो हमें
उम्र से पहले बड़ा बना देती हे
ज़िन्दगी की हर परिस्थिति से
हमें लड़ना सीखा देती हे
👉
जिम्मेदारी ने ज़िन्दगी का हर एक
रंग दिखा दिया
जो खुद का बोझ ना उठा पाए
उनसे पथ्थर उठवा दिए
👉
थाम के रखना हाथ मेरा
इस दुनिया में भीड़ भारी हे
कही खो न जाऊ में उसमें
ये ज़िम्मेदारी अब तुम्हारी हे
जो इंसान हर काम में आगे रहता हे
वो इसलिए नहीं की वो मुर्ख हे
बल्कि इसलिए की उनको अपनी
ज़िम्मेदारी का एहसास हे
👉
बेवजह रात को में जागता रहा
अपने काम को कल पर डालता रहा
खुद की कमजोरी कभी देखि नहीं मैंने
उम्र भर जिम्मेदारियों से भागता रहा
👉
बड़ी नादान मुझे मेरी
नादानियाँ लगती हे
न जाने क्यों ये बोझ
जिम्मेदारियां लगती हे
जिम्मेदारी शायरी स्टेटस
👉
तुम बस मीरा हाथ थामे रखना
साथ निभाने की जिम्मेदारी मेरी हे
👉
Ladko Ki Jimmedari Status
बहुत ही कोशिशे की इस
दुनिया वालो ने हमें रुलाने की
मगर क्या कर सके ऊपर वाले ने
जिम्मेदारी उठा रखी हे हमें हंसाने की
👉
जब अपने सिर पर बड़ी ज़िम्मेदारी हो
तो हिसाब से रहना पड़ता हे
बहुत कुछ सुनना पड़ता हे और
बहुत कुछ सहना पड़ता हे
छोटी उम्र में ही हमने
अपने पैरो पर चलना सिख लिया हे
ज़िम्मेदारी क्या आई उनके सर पर
बच्चो ने भी बड़ा होना सिख लिया हे
👉
क्या बेचकर ख़रीदे हम
फुर्सत ए ज़िन्दगी
सब कुछ तो गिरवी पड़ा हे
ज़िम्मेदारी के इस बाज़ार में
👉
तुम पर भरोसा करना
ये मेरा फैसला हे
और उस फैसले को सही साबित
करना अब तुम्हारी ज़िम्मेदारी हे
अब हम उनको क्या बताये
की किस दौर से गुजर रहे हे हम
बस मंजिल की तलाश में इधर
उधर भटक रहे हे हम
👉
इश्क कोई जिम्मेदारी नहीं
जिसे निभाना पड़े
इश्क तो जीवन हे
जिसे जिया जाता हे
👉
अब सिर्फ इंतजार करना
ही आदत हे मेरी
लौटकर वापस आना ‘
जिम्मेदारी हे तुम्हारी
👉
ना किसी का दिल चाहिए
ना किसी की जान चाहिए
जो हमें समझ सके बस
एक ऐसा इंसान चाहिए
👉
सो जाता हु अब में
किस्मत से हार और
सारे सपने तोड़कर
मजबूरियों को सिरहाने रख
और जिम्मेदारी ओढ़ कर
👉
अगर साड़ी में सजने सवरने की
जिम्मेदारी में लेती हु
तो खूबसूरती के शब्दों में
पिरोने का हक़ तुम्हारा हे
ज़िम्मेदारी पर स्टेटस
👉
देखना दिलचस्प होगा की
किसका पलड़ा भारी हे
एक और ख्वाइशे हे मेरी तो
दूसरी तरफ जिम्मेदारीया हे
👉
अपने आप को खुश रखने की
जिम्मेदारी अपनी खुद की होनी चाहिए
क्योकि किसी और से इसकी उम्मीद
हमें मायूस ही कर देती हे।
👉
जिम्मेदारी के बोझ ने कुछ ऐसे
दिन भी दिखाए हे
सालो तक त्यौहार माँ ने
एक ही साड़ी में मनाये हे
👉
अपनी जिम्मेदारीयो से भागने
वाला इंसान कभी भी
श्रेष्ठ नहीं बन सकता
उड़ा देरी हे नींदे कुछ
घर की जिम्मेदारियां
रात में जागने वाला हर कोई
आशिक ही नहीं होता
👉
जिम्मेदारियों की उम्र नहीं होती
कोई बचपन से निभाता हे तो
कोई पचपन में भी डाल देता हे
👉
जिनके सर पर जिम्मेदारियों
का बोझ नजर आता हे
उनको रूठने और टूटने का
कोई बहाना नहीं मिलता
बहुत गर्मी थी दोस्तों
अपने भी खून में पर
कुछ घर की जिम्मेदारियों ने
हमें झुकना सीखा दिया
👉
जिनको अपनी जिम्मेदारी
समझ आ जाती हे
उन्हें परेशानिया दूर तक
नजर नहीं आती हे
👉
जिम्मेदारियों को उठाने से
तुम क्या घभराता हे
ज़िन्दगी में यही तो आदमी को
हुनरमंद बनाती हे
👉
दोस्ती कोई स्वार्थ नहीं बल्कि
एक विश्वास हे जहाँ सुख में
हंसी मज़ाक से लेकर संकट तक
साथ देने की जिम्मेदारी होती हे
👉
सीखा हे मैने भी इस
जिन्दगी से एक तजुर्बा
की ज़िम्मेदारी इंसान को
वक्त से पहले बड़ा बना देती हे
👉
जिम्मेदारी उठाना कोई बड़ी बात नहीं हे
बल्कि उसे निभाते रहना बड़ी बात हे
विरासत में जागीर और सोना
मिलना जरुरी तो नहीं हे
किसी को जिम्मेदारियां भी मिलती हे
ज़िम्मेदारी पर कोट्स
👉
तुम हमारे बिना भी खुश रह लेते हो, तो चलो
ताउम्र तुम्हे खुश रखने की ज़िम्मेदारी मेरी
👉
बहाने ढूंढना बंध करो
जिम्मेदारी लेना शरू करो
👉
जब जिम्मेदारी का बोझ सर पर होता हे
तब ख्वाईशो को मारना पड़ता हे
👉
जब जिम्मेदारी बड़ी होती हे
तब कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता
👉
ज़िम्मेदारी के बिना पुरुष होना असंभव हे
और धैर्य के बिना महिला होना मुश्किल हे
इंतजार करना हक़ हे मेरा
लौटकर वापस आना जिम्मेदारी हे तुम्हारी
👉
मजबूरियाँ देर रात तक जगाती हे
और जिम्मेदारियां सुबह जल्दी उठा देती हे
👉
जब जिम्मेदारी हाथ थामती हे तो
मोहब्बत भी बोझ लगने लगती हे
” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद ”