Facebook Twitter Instagram
    Hindi7facts
    Facebook Twitter Instagram
    Hindi7facts
    Shayari

    बचपन पर बहेतरीन शायरी – Bachpan Par Shayari Hindi Me

    admin1By admin1August 1, 2022Updated:October 15, 2022No Comments4 Mins Read

    बचपन की यादें हर एक इंसान की आँखों को भर देती हे क्योकि हमारा बचपन ही ऐसा होता हे ना कल की फ़िक्र होती हे और ना ही धन कमाने की। बचपन में किसी भी प्रकार की कोई जिम्मेदारी नहीं होती बस खेलना और मस्ती करना यही होता हे। इसलिए आज हर एक इंसान को बचपन के वो दिन बहुत याद आते हे तो दोस्तों आज हम बचपन पर कुछ शायरी लेकर आये हे हमें उम्मीद हे की आपको ये शायरीया जरूर पसंद होगी।

    Bachpan Ki Shayari, Bachpan par Shayari, Bachpan Ki Yaad Shayari, Bachpan Ke Liye Shayari , Bachpan Shayari In Hindi, 

    —-____________—-

    बचपन पर शायरी 

    —–___________—-

     

    बचपन के दिन भी कितने अच्छे 👌 दिन थे 

    तब दिल 💗 नहीं सिर्फ खिलौने टूटा करते थे अब तो 

    एक आँसू 😓 भी बर्दाश नहीं होता 

    और बचपन में जी भरकर रोया 😭 करते थे।

    ________________________

     

    बचपन शायरी

     

    _________________________

     

    अजीब सौदागर है ये वक्त ⨂ भी

     जवानी का लालच देकर 

    हमारा बचपन ही ले गया 😪। 

    ________________________

     

    लगता है उसके 💁 माँ बाप ने 

    बचपन में उनको खिलौने 😡 नहीं दिए 

    तभी तो पगली हमारे दिल 💖 से खेल रही हे। 

    ____________________________________________________________

     फिर से बचपन 👻 लौट रहा है शायद …..

     जब भी नाराज होता हूँ

     खाना छोड़ देता हूँ 😓।

    _____________________________

     

    ज्यादा कुछ 👉 नहीं बदला मेरी 

    उम्र बठने के साथ बस एक 

    बचपन की जिद 💪थी वो 

    समझोतो में बदल गई। 

    ______________________________

     

    बचपन में तो शाम 🌄भी हुआ करती थी

    अब तो बस सुबह के बाद रात 🌃 होती है। 

    ______________________________

     

    बचपन शायरी इन हिन्दी

     

    _____________________________

     

    चलो आओ कभी टूटी हुई चूड़ी के टुकड़े से 

    वो बचपन की तरह फिर से मोहब्बत 💓नाप लेते 

    है। 

    ______________________________

     

    याद 😗 आता है हमें वो बिता हुआ बचपन 

    तब खुशियाँ छोटी होती थीं। 

    _________________________

    बचपन याद शायरी 

    _________________________

     

    बाग में तितली 🦋 को पकड़ कर खुश होना 

    तारे ⭐ तोड़ने जीतनी ख़ुशी देता था वो बचपन हमारा।

    _____________________________

    टेंशन पर शायरी 

     

    झूठ बोलते थे फिर भी कितने सच्चे ✅ थे हम 

    ये उन दिनों की बात है जब बच्चे 👱 थे हम ।

    ____________________________

     

    बचपन भी कमाल 👌 का था 

    खेलते खेलते चाहे छत पर सोये 

    या जमींन पर 

    आँख 👀 बिस्तर पर ही खुलती थी। 

    _____________________________

     

    रोने 😥 की वजह भी न थी 

    और न हँसाने 😂 का बहाना था

    क्यों हो गए हम इतने बड़े 

    इससे अच्छा तो वो हमारा 💏 बचपन का जमाना था। 

    ________________________________

     

    बचपन बेस्ट शायरी

     

    _____________________________

    एक इच्छा है भगवान 🙏 मुझे बच्चा बना दो 

    लोटा दो मेरा बचपन मुझे फिर से बच्चा बना दो।

    ______________________________

    बचपन शायरी 2 लाइन 

    __________________________

    बचपन में आकाश को छूता सा लगता था 

    इस पीपल की शाखाओ में अब कितनी नीची है। 

    _______________________________

     

    दूर मुझसे हो गया बचपन मगर 

     मेरे बचपन 👲 का बचपना आज भी जिन्दा हे। 

    ________________________________

     

    बचपन से हर शख्स याद 😒 करना सिखाता रहा 

      लेकिन भूलते कैसे है ये बताया नहीं किसी ने 😓। 

    _________________________________

     

    ना कुछ पाने की आशा 👋ना कुछ खोने का डर 

    बस अपनी ही धुन बस अपने ही सपनो का घर 

    काश मिल जाए फिर मुझे वो बचपन।

    _________________________________

     

    जो सपने हमने बोए थे की ठंडी छाँवो में 

    कुछ पनघट पर छूट गए तो 

    कुछ कागज की नवो में बह गए । 

    __________________________________

     

    बचपन की दोस्ती 👬 थी और बचपन का प्यार 💘 था 

    तू भूल गया तो क्या तू मेरे बचपन का यार 👬 था।

    __________________________________

     

    बचपन शायरी इमेज

     

    _______________________________

     

    मेरे रोने का जिस में किस्सा है 

    वो मेरी उम्र का सबसे बेहतरीन 👌 हिस्सा है।

    ________________________________

    स्कूल की याद शायरी 

     

    हँसने 😅 की भी वजह ढुढनी पड़ेगी अब

    शायद मेरा बचपन ख़त्म होने को है। 

    ________________________________

     

     चील उडी कौआ उडा 

    शायद बचपन भी कही उड़ ही गया हे।

    _________________________________

     

    कई सितारों ✶ को में जानता हूँ बचपन से 

    कही भी जाऊ वो मेरे साथ – साथ ही चलते हे।

    __________________________________

    बचपन की यादे पर शेर 

     

    देखो बचपन में तो बस शैतान 😡 था 

    मगर अब खुखार 😎 बन गया हूँ।

    __________________________________

     

    बचपन पर शायरी

     

    ______________________________

     

     

    वक्त ⊗ से पहले ही वो हमसे रुठ 😒 गयी हे 

    बचपन की मासूमियत न जाने कहा छूट गई😗

    _______________________________

     

    शौख जिंदगी 👨 के अब जरूरतों में ढल गये 

    शायद बचपन से निकल हम बड़े हो गये। 

    ________________________________

     

    अपना बचपन भी कमाल 👌 का हुआ

    करता था,

    न कल की फिक्र ना आज का ठिकाना हुआ 

    करता था। 

    _________________________________

    बचपन की मुस्कान शायरी 

    ___________________________

    हॅसते खेलते गुजर जाये वैसी शाम 🌅 नहीं 

    आती 

    होठो पे बचपन वाली मुस्कान 😅 अब फिर से नहीं 

    आती।

    ___________________________________

    बचपन के लिए शायरी 

     ___________________________________

     

    कौन कहता है की मै जिंदा नहीं

    बस बचपन गया बचपना नहीं। 

    ____________________________________

     

    बचपन शायरी २०२२

     

    _____________________________________

    ” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “

    __——————————-__

     

    admin1
    • Website

    Related Posts

    बेस्ट 50+ काजल शायरी – Kajal Par Shayari In Hindi

    September 11, 2022

    महिला के सम्मान पर शायरी – Mahila Ke Sanman Par Shayari

    September 5, 2022

    तस्वीर पे बहेतरीन शायरी – Tasvir Par Shayari

    September 4, 2022

    Leave A Reply Cancel Reply

    Facebook Twitter Instagram Pinterest
    © 2023 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.