तारो पर शायरी
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टुटे 💥 तारे को देखकर दिल 💗 ने कहाँ
मांग ले फरियाद कोई
मैने कहा जो खुद टूट रहा है
वो कैसे पूरी करेंगा मुराद💆 कोई।
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चाँद 🌙 बताकर मेने की थी तेरी तारीफ
तारा ⭐ बताकर तूने मेरी औकात दिखाई।
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तारो ⭐ को देखकर बहुत कम लोग ख्वाब बुनते है
दिल जो चाहे वही बहुत 👬 कम लोग करते है।
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ये तारे ⭐ कितने प्यारे
जो आसमान 💦 में है सारे।
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अँधेरी 🌚 रात हो
तारो⭐ का साथ हो
महबूब पास हो
और प्यार 💓 की बरसात हो।
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अकाश में जब तारो ⭐ की बारात आती है
तब खूबसूरत रात 🌘 और सुँदर 👌 ख्वाब लाती है।
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बंद रखेते है जुबान लफ्ज नहीं खोला करते
चाँद 🌙 के सामने तारे ⭐ नहीं बोला करते।
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इंसान तारो ⭐ को तब देखता है
जब जमीन पर कुछ खो गया हो।
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ख्वाहिश तारो ⭐ को छूने की थी
किस्मत चौके की चार
दीवार में लिखी थी।
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चाँद 🌙 के लिए सितारे उनके है
लेकिन सितारों ⭐ के लिए चाँद 🌙एक है
आपके लिए तो हजारो होंगे
लेकिन हमरे लिए आप ही एक है।
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नींद का साथ हो सपनो की बारात हो
चाँद 🌙 सितारे ⭐ भी साथ हो और कुछ रहे न रहे
पर हमारी यादें आपके साथ हो।
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तारो ⭐ वाली रात में बैठकर बड़े ख्वाब बना करो
मंजिल पाने के लीए जो सही रास्ता हे उसे चुना करो।
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तारा ⭐ भी दिखने में लगता है प्यारा
पर चाँद 🌙 की तारीफ में लगी है ये दुनिया सारी।
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बड़े दिनों के बाद आज फिर से
आकाश 💦 में तारो ⭐ को देखा
जब जिम्मेदारियां बढ़ जाती है
तब जिन्दगी कितनी बदल
जाती है।
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रात में तारो ⭐ की छाव अक्शर
में सो जाता हु
बैठे ही बैठे महबूब की याद में खो जाता हु।
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” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “
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