नमस्कार दोस्तों आपका दिल से स्वागत हे तो आज हम बात करने वाले हे एक कहानी के बारे में जिसका शीर्षक हे ताकत से अक्ल बड़ी यानिकि जहाँ ताकत से काम नहीं होता वो काम अक्ल से होता हे वैसे हमारे जीवन में भी कई कठिन परिस्थिति हमारे सामने आती हे तब हमें भी अपनी ताकत से नहीं अक्ल से काम लेना चाहिए तो दोस्तों मुझे उम्मीद हे की आपको ये कहानी जरूर पसंद होगी।
ताकत से अक्ल बड़ी हिंदी कहानी – Life Inspire Short Hindi Story
गोदावरी नदी के किनारे बरगद का एक बड़ा पेड़ था उस पेड़ पर कई प्रकार के छोटे मोड़े पक्षी रहते हे जबकि उस पेड़ की निचे एक खूंखार बिल्ला भी रहता था जो सभी पक्षी जब भोजन के लिए आहार की तलाश में बहार जाते तब वो खूंखार बिल्ला सभी पक्षियों के अंडे और बच्चे को खा जाता था इसलिए सभी पक्षी उस खूंखार बिल्ला से बहुत ही दुखी थे और किसी पक्षी में इतनी ताकत नहीं थी की वो उस खूंखार बिल्ला से लड़ सके या कुछ कह सके।
एक दिन की बात हे सभी पक्षीने खूंखार बिल्ला से छुटकारा पाने के लिए उस पेड़ को छोड़ देना का निर्यण लिया सभी पक्षी सहमत हुए तब वहाँ कौवे का एक जोड़ा उस बरगद के पेड़ पर रहने के लिए आता हे लेकिन सभी पक्षी उस कउवे को अपनी परेशानी बताते हे की इस पेड़ पर रहना ठीक नहीं हे क्योकि इस पेड़ की निचे एक खूंखार बिल्ला रहता हे जो हमारे बच्चो को खा जाता हे इसलिए हम सब इस पेड़ को छोड़कर जा रहे हे हमारा कहने मानो और तुम भी किसी दूसरे पेड़ पर अपना घोंसला बनावो।
ये बात सुनकर कौवा सभी पक्षी से कहता हे की ना में इस पेड़ को छोड़कर जाऊंगा और ना में तुमको ये पेड़ छोड़ने दूंगा बल्कि उस खूंखार बिल्ले को ये जगह छोड़नी पड़ेगी क्योकि अगर किसी एक की वजह से कई पक्षीओ को अपना घर छोड़ना नहीं चाहिए बल्कि उस एक को ही निकाल देना चाहिए तब सभी पक्षी कौवे से कहने लगे की हम उस बिल्ले को कैसे हटा सकते हे तब कौवा सबको अपनी योजना बताता हे सभी पक्षी खुश हो जाते हे और फिर से अपने – अपने घुसने में चले जाते हे।
दूसरे दिन सभी पक्षी भोजन की तलाश में चले जाते हे तव वो खूंखार बिल्ला पेड़ पर चढ़ाता हे तभी उनको कौवा का नया घोसला दिखाई देता हे लेकिन वो बहुत ही पतली डाली पर था और उसके पास ही बड़ी मधुमक्खिका छत्ता था जैसे ही वो बिल्ला उस घोंसले के पास जाता हे तब वो कौवा उस छत्ते को छेड़ कर वहा से उड़ जाता हे जिससे सभी बड़ी मधुमक्खी उस बिल्ले को काटने लगती हे जिसकी वजह से वो बिल्ला अपना संतुलन खो देता हे जिसकी वजह से वो निचे बहती नदी में जा गिरता हे और बाद में उसकी मौत हो जाती हे।
इस प्रकार कौवे की चतुराई से सभी पक्षी ने अपने दुश्मन बिल्ले से छुटकारा पाया और फिर से सब पक्षी मिल झूल कर उसी पेड़ पर रहने लगे।
कहानी की सिख
जो काम हमारी ताकत से नहीं हो सकता वो काम हमारी बुद्धि चतुराई से हो सकता हे वैसे ही हमें भी अपने जीवन में हर जगह अपनी ताकत का इस्तमाल नहीं करना चाहिए कभी – कभी अपनी बुद्धि का भी इस्तमाल करना चाहिए यानिकि जहाँ ताकत काम न करे वहां बुद्धि काम करती हे।
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” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “