चाहे दिल की आग हो या फिर नफ़रत की आग आग ही होती हे। वो आग ही होती हे जो कई चूल्हो से सबके पेट भरती हे और विनाश का कारण भी बन सकती हे यानिकि ठण्ड में सबको आग पसंद होती हे लेकिन धूम में वही आग से सब दूर भागते हे लेकिन जब आग हमारे दिल में लगे तो वो इंसान कुछ भी कर सकता हे तो दोस्तों आज हम आग पर शायरी स्टेटस और कोट्स लेकर आये हे हमें उम्मीद हे की आपको ये जरूर पसंद आएंगे।
आग पर शायरी
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डरते हे आग से कही हम जल न जाये
डरते हे अपने ख़्वाब से कही टूट न जाये
पर सबसे ज्यादा डरते हे हम आप से
कही आप हमें भूल न जाये
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वादा करके वो निभाना भूल जाते हे
लगाकर आग वो बुझाना भूल जाते हे
ऐसी आदत लग गई हे उसको की
रुलाते हे मगर मनाना भूल जाते हे
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए
महसूस तब हुआ जब वो हमसे जुदा हुए
करके वफ़ा कुछ ना दे सके वो
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए
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कभी – कभी उदासी की आग हे ज़िन्दगी
कभी – कभी खुशियों का बाग़ हे ज़िन्दगी
हँसता और रुलाता राग हे ज़िन्दगी
कड़वे और मीठे अनुभवो का स्वाद हे ज़िन्दगी
पर अंत में तो अपने किये हुए कर्मो का हिसाब हे ज़िन्दगी
इतने बुरे तो नहीं थे हम
जितने इल्जाम लगाए लोगो ने
कुछ किस्मत ख़राब थी हमारी
तो कुछ आग लगाई लोगो ने
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जिस मेहनत से आप आज भाग रहे हे
वो ही कल आपको सफ़लता दिलाएगी
झोंक दो खुद को मेहनत की आग में
कल वही आपको हिरा बनाएंगी
पूरी दुनिया आज नफ़रतो की
आग में जल रही हे
फिर न जाने क्यों लोगो को
ठंड बहुत लग रही हे
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वक्त की आग तो पथ्थर भी पिघल जाते हे
कई लोग आसमान से जमीं पर नज़र आते हे
कोई भी साथ नहीं देगा इस ज़िन्दगी में तुम्हारा
क्योकि वक्त के साथ इंसान भी बदल जाता हे
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आग लगा दो अपने सीने में
जब तक लाख न आये महीने में
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रिश्ते कितने भी बुरे क्यों न हो
लेकिन उनको कभी तोड़ना नहीं चाहिए
क्योकि पानी कितना भी गन्दा क्यों न हो
प्यार नहीं तो आग तो बुझा ही देता हे
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कब तक आप मेरे होने से इंकार करेंगे
एक दिन तो आप मुझसे ही प्यार करेंगे
इश्क की आग में इतना जलाएंगे हम आपको
की इज़हार आप मुझसे सर ए आम करेंगे
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प्यार की तड़प को दिखाया नहीं जाता
दिल में लगी आग को बुझाया नहीं जाता
चाहे लाख जुदाई क्यों न हो लेकिन
ज़िन्दगी के पहले प्यार को भुलाया नहीं जाता
खूब जलाओ मेरी शायरी की डायरी को
मुझे तिनके का भी ग़म नहीं हे
अगर बुझा सको तो बुझाओ मेरे
सीने की आग को तो में मानू
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कुछ लोग पिघल कर मोम की तरह
सब रिश्ते निभा जाते हे तो कुछ लोग
आग बनकर उन्हें जला ही देते हे
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आग लगाई दुनिया की जो बुझ जायेगी
कोई आंसू मेरे दामन पर बिखर जाने दो
कितने ज़ख्म मिले हे मुझे तेरी चाहत पे
सोचता हु कहु तुझको की अब मर मुझे जाने दे
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आग लगाने ने वालो कहा
मालूम होता हे की
रुख हवाओ ने बदला तो
खाक वो भी होगा
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ये पेट की आग न जाने क्यों
इतना हमें मजबूर कर देती
एक रोटी की तलाश में अक्शर
मेरी माँ से दूर कर देती हे
में तुम्हारी लगाई हुई आग हु
अब बुझाने से भी नही बुझूंगा
तुम्हारे कहने से पानी नहीं हो जाऊंगा
में तो आग हु और आग ही रहूँगा
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कुछ लोग सितम करने को तैयार बैठे हे
तो कुछ लोग हम पर दिल हार बैठे हे
इश्क को आग का दरिया ही समझ लीजिये
कुछ इस पार तो कुछ उस पार बैठे हे
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यु ना करो किसी से नफ़रत
नफ़रत तो आग लगा देती हे
प्यार की एक बून्द ही बड़ी से बड़ी
आग को बुझा देती हे
आग तो हम भी लगादे सबके दिलो में
अपनी शायरी से
पर डरते हे की कही किसी को
हमसे इश्क न हो जाए
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मौत का डर उनको होगा
जिनके कर्मो में दाग़ हे
हम तो महादेव के भक्त हे
हमारे तो खून में भी आग हे
Aag Shayari Status
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आग लग जाये उन सारी
मजबूरियों को
जिसकी वजह से हम
आपसे यु दूर हुए
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मैने तो माँगा था थोड़ा सा उजाला
अपनी ज़िन्दगी को रोशन करने के लिए
पर मेरे चाहने वालो ने तो
आग ही लगा दी।
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माना की आग नहीं थी
और नहीं थे फेरे
इसका मतलब ये तो नहीं
की हम तेरे नहीं थे
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आज आग हे तो कल
पानी हो जायेंगे
आखिर में सब लोग
कहानी हो जायेंगे
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ये आग हे सीने की यहाँ
पानी का क्या काम
किया हमने जो इश्क
कमबख्त किस्मत ही निकली बेईमान
आग २ लाइन शायरी
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हर बार दुआ ही दवा बने ये जरुरी तो नहीं
आग लगे और धुँआ उठे जरुरी तो नहीं
आग का क्या हे पल दो पल लगती हे
बुझते – बुझते एक ज़माना लगता हे
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भीगते रहे हम दोनों जलती हुई रात में ‘
किसने आग लगाई आज बरसाद में
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कुछ लोग हे जो हमें आग समझते हे
और एक हम हे की जुगनुओं को भी चिराग समझते हे
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मिट्टी के दिये आग में पकते हे
इसलिए ये थोड़े महंगे लगते हे
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समझकर लगाना आग हमारे घर में तुम
हमारे घर के बराबर तुम्हारा भी घर हे
Aag Status In Hindi
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जो जितना शांत हे वो
उतना ही ख़तरनाक हे क्योकि
अक्शर राख के निचे
आग ही होती हे
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आग लगाकर दिल में
कहा चले हो हमदम
अभी तो राख उड़ने पर
तमाशा और भी होगा
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सूखे पत्तो की तरह
मत बनाओ अपनी ज़िन्दगी को
नहीं तो दुनिया के लोग
बटोर कर आग लगा देंगे
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शांत बैठा हु तो कही ये मत
समझना की आग नहीं हे मेरे अंदर
डरता हु कही समंदर कम न पड़ जाये
बुझाने के लिए
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रिश्ते अगर बिखर जाये तो
समेट ने वाले कम और
आग लगाने वाले बढ़ जाते हे
मत पूछ कितनी मोहब्बत हे तुझसे
बारिश की बून्द भी अगर छू ले तुमको
तो आग हमारे दिल में लग जाती हे
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सब कुछ महंगा हो गया हे पर
माचिस आज ही एक रुपये पर रुकी हे
याद रखे आग लगाने वालो की
क़ीमत कभी बढ़ती नहीं हे
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आग भी बड़ी कमाल की
चीज होती हे
आज कल हमारी बातो से
भी लग जाती हे
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आग बुझने के बाद हालत और हालात
दोनों पहले जैसे नहीं रहते
माफ़ी वही दे सकता हे जो
अंदर से मजबूत हे
खोखले इंसान तो सिर्फ बदले की
आग में जलते रहते हे
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हमारी अफ़वाह के धुएं वही से उठते हे
जहाँ हमारे नाम की आग लगी हे
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आग लगा दूंगा उन ख्वाईशो को
जिसकी वजह से मुझे झुकना पड़े
” पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद “