Bhul Jane Par Shayari , Bhul Jane Wali Shayari, Bhula Dena Shayari , Pyar Ko Bhul Jana Shayari,
प्यार को भूल जाने पर शायरी
भूल से भी कोई भूल हुई हो तो
भूल समझकर भूल जाना
लेकिन भूलना सिर्फ भूल को ही
भूल से भी हमें मत भूल जाना
न जाने कौन सी बात पर रूठ गई हे वो हमसे
की अब तो हमारी सहने की हदे भी टूट गई हे
कहती थी कभी हमसे की नहीं रूठेंगे हम आपसे
आज जो अपनी ही बातें भूल गई हे
हमें भूल जाने का बहाना हमें मत बताना
दूर जाने की एक वजह हमें बता देना
हम खुद चले जायेंगे तुम्हारी ज़िन्दगी से
लेकिन जहा तुम्हारी याद न आये वो
जगह बता देना।
दर्द होता हे दिल में मगर आवाज़ नहीं होती
साँस थम जाती हे लेकिन जान नहीं जाती
अजीब से लोग हे इस मतलब भरी दुनिया में
कोई भूल नहीं पता तो किसी को याद भी नहीं आती
न जाने कैसा रिश्ता हे इस दिल
से आपका। .
ये धड़कना भूल सकता हे
लेकिन तुम्हारा नाम नहीं
न जाने क्यों लोग भूल जाते हे
कुछ पल साथ रहकर दूर चले जाते हे
सच ही कहते हे ये लोग
सागर मिलने के बाद लोग अक्शर
बारिश को भूल ही जाते हे
मेरी बर्बादी पर तू कोई मातम मत करना
भूल जाना मेरा ख्याल न करना
हम तुम्हारी ख़ुशी के लिए मर जायेंगे
लेकिन तुम मेरी लाश से कोई सवाल मत करना
आप हमें भूल गए चलो जो
हुआ अच्छा ही हुआ
किसी एक की रातें तो
सुकून से गुजरेगी
लोग भूल जाते हे पर शायरी
तुम भी किसी से करके
देख लो मोहब्बत
तुम्हे खुद पता चल जायेगा की
हम मुस्कुराना क्यों भूल गए
जब तक जिन्दा हु तब तक तो
याद किया करो हमें
वरना हमें भी मालूम हे की
मिट्टी में सोने के बाद तो
घर वाले भी भूल ही जाते हे
भूल जाने पर शायरी वीडियो में
सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा
साल बीत गए लेकिन वो लम्हे याद रहे
न जाने क्या बात थी उसमे और हममे
सारी महफ़िल भूल गए लेकिन वो चहेरा याद रहा
किसी के भूल जाने से कभी
मेरी हस्ती मिट नहीं सकती
में उजड़ चूका हु लेकिन
ऐसे ही जिन्दा हु ज़माने से
आ ज़रा देख मेरी आँखों में
ये भीगे हुए मौसम ‘
ये तुमको किसने कह दिया की
तुझे भूल गए हे हम
काश हमें भी सीखा देते तुम
भूल जाने का ये हुनर
में थक गया हु हर लम्हा
हर साँस तुमको याद करते करते
कुछ वक्त खामोश होकर
तो दिखिए जनाब
लोग सच में आपको
भुला देंगे।
अगर तुम्हारी जिद्द हे हमें
भूल जाने की तो फिर
जरुरत क्या थी हमें देखकर
मुस्कुराने की।
ज़िन्दगी को खुलकर जीने के लिए
एक छोटा सा उसूल बनाये
रोज कुछ अच्छा याद रखे
और कुछ बुरा भूल जाइये
भूल जाने वाली शायरी
वो ढूंढ रहे थे हमें भूल जाने
की तरीके। … तो हमने
भी उनसे खफा होकर उनकी
मुश्किल को ही आसान कर दिया
अरे कोई हमें भी सीखा दो
भूल जाने का हुनर
यु रातो को उठ – उठ कर
हमसे भी रोया नहीं जाता
अब हम भी तुमको भूल
जाने की हर एक कोशिश करेंगे
तुम से भी हो सके तो न आना
कभी हमारे सामने
रिश्ता निभाना हे तो एक
मुलाकात भी जरुरी हे क्योकि
लगा कर भूल जाने से तो
पौधे भी सुख जाते हे
चाहे सुख हो या दुःख दोनों में
जो इंसान आपका साथ न छोड़े
उस इंसान को कभी भूल न जाना
छोटे से मेरे सवाल पर
इतनी ख़ामोशी क्यों ए जान
बस हमने इतना ही तो पूछा था की
भूल गए हो या भुला रहे हो
हमने भी किसी से प्यार किया था
रात दिन उनका इंतजार किया था
भूल उनकी नहीं भूल तो हमारी थी
क्योकि उन्होंने हमसे नहीं हमने
उनसे प्यार किया था
अब मुझे हसरत ही नहीं हे
मोहब्बत को पाने की
अब तो चाहत हे हमारी मोहब्बत
को भुलाने की
हमें भूल गए पर शायरी
अगर तुम्हारी मज़बूरी हे
हमें भूल जाने की तो
हमारी भी आदत हे आपको
याद रखने की
उसने कहा भूल जाओ
हमें
हमने भी रोते हुए कह दिया
कौन हो तुम
दिल दुखाया करो ये
तुमको इजाजत हे
लेकिन भूल जाने की
तुम बात न करना
आपने अपना नाम क्या
बताया था
मुझे अब भूलने की
बीमारी हो गई हे
” आपका बहुत – बहुत धन्यवाद पढ़ने के लिए “