Independence Shayari In Hindi
इस तिरंगे को दे सलामी
जिस में हमारी सबकी शान है
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान है।
मुझे न तन चाहिए ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा हूँ मातृभूमि के लिए
और जब मरु तो बस तिरंगा कफ़न चाहिए।
न पूछो ज़माने को की क्या मेरी कहानी है
हमारी पहचान तोह बस इतनी है
की हम हिंदुस्तानी है।
इश्क तो करता है हर कोई
मेहबूब पे मरता है हर कोई
कभी वतन को मेहबूब बना कर देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई।
गूँज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा
चमक रहा असमा में देश का सितारा
आजादी के दिन आओ मिलके करें दुआ
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।
वो तिरंगे वाली डीपी हो तो लगा जरा
सुना है कल देशभक्ति दिखाने वाली तारीख है।
दिल हमारे एक है एक ही है हमारी जान
हिंदुस्तान हमारा है हम है इसकी शान
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान
इसलिए हम कहते है मेरा भारत महान।
वतन पर जो फ़िदा होगा अमर वो
नौजवां होगा
रहेगी जब तक दुनिया ये अफसाना
उसका बयां होगा।
काले गोर का भेद नहीं इस दिल से
हमारा नाता है कुछ और न आता हो
हमको हमे प्यार निभाना आता है।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
वतन पर जो फ़िदा होगा
अमर वो हर नौजवान होगा
रहेगी जब तक दुनिया ये
अफसाना उसका बया होगा।
मैं इसका हनुमान हूँ
ये देश मेरा राम है
छाती चिर के देख लो
अन्दर बैठा हिंदुस्तान है।
जब आंख खुले तो
घरती हिंदुस्तान की हो
जब आंख बंद हो तो
यादें हिंदुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नहीं
लेकिन मरते वक्त
मिट्टी हिंदुस्तान की हो।
यह दिवस है अभिमान का
भारत माता के मान का।
अनेकता में एकता ही हमारी
शान है
इसलिए मेरा भारत महान है।
देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल है यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है।
आन देश की शान देश की
देश की हम संतान है
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी
ये पहचान है।
जमाने भर में मिलते है आशिक कई
मगर वतन से खुनसुरत कोई सनम नहीं होता
नोटों में भी लिपट कर सोने में सिमटकर मरे है कई
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता।
चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्म में है
इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में है
मौत जहां जन्नत हो ये बात मेरे वतन में है
कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफ़न में है।
कुछ तो बात है मेरे देश की मिट्टी
में साहेब
सरहदें कूद के आते है यहां दफन
होने के लिए।
ये नफरत बुरी है ना पालो इसे
दिलो में खलिश हे निकालो इसे
ना तेरा ना मेरा ना इसका ना उसका
ये सबका वतन है बचा लो इसे।
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है
ना बड़ा सा नाम मेरा है
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है
मै हिंदुस्तान का हूँ और हिंदुस्तान मेरा है।
ना जियो धर्म के नाम पर ना मरो
धर्म के नाम पर
इंसानियत ही है धर्म वतन का बस
जियों वतन के नाम।
हर तूफान को मोड़ दे जो
हिंदुस्तान से टकराए
चाहे तेरा सीना हो छलनी
तिरंगा ऊँचा ही लहराए।
लिख रहा हूँ मैं अंजाम
जिसका कल आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा
इन्कलाब लाएगा।
चलो जश्म मनाये
आजादी का त्यौहार मनाये।
तिरंगा हमारी शान है
हम भारतीयों का मान है।
तुम मुझे खून दो
मैं तुम्हे आजादी दूंगा।
मेरे जज्बात से इस कदर
वाकिफ है कलम मेरी
मै इश्क भी लिखना चाहूँ तो
इंकलाब लिखा जाता है।
स्वतंत्रता दिवस का यह प्यारा दिन
जिसे देशवासी मनाते है सारा दिन।
इस आजादी का यही है नारा
पुरे विश्व में बने महान
ऐसा वतन हमारा।
भारत एक सोने की चिड़िया है
और आजादी इसके पंख है।
विजय विश्व तिरंगा प्यारा
झंडा ऊँचा रहे हमारा।
सारे जहाँ से अच्छा
हिंदुस्तान हमारा।
आजादी का यह दिन है
वीर शहीदों को नमन है।
वीर शहीदों के बलिदान को
नहीं भूलेंगे नहीं भूलेंगे।
इन्कलाब जिंदाबाद।
वन्दे मातरम
आराम हराम है।
करो या मरो।
भारत माता की जय।
जय हिन्द जय भारत।
हम सबने ठाना है इस आजादी दिवस
को ऐतिहासिक बनाना है।
नफरत से नाता तोड़ो
सबको आजादी से जोड़ो।
हिंदुस्तान आबाद
इन्कलाब जिन्दाबाद।
कर लो राष्ट्र की भक्ति
तभी ये देश बनेगा विश्व शक्ति।
चलो मिलकर यह कसम खाते है
इस आजादी से पुरे भारत को
स्वच्छ बनाते है।
जब हाथ में तिरंगा आता है
आजाद होने का गर्व करता है।
जब जब देश पर संकट आता है
पूरा भारतवर्ष एक साथ जुट जाता है
यही आजाद होने का मतलब सिखाता है।
आजादी के दीवाने अपनी जान पर खेल गये
अपनी जान पर खेलकर हमे ये आजादी दे गये।
“आपका बहुत धन्यवाद “