Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Hindi7facts
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Hindi7facts
    Home»Information»मोढेरा सूर्य मंदिर – Modhera Sun Temple In Hindi
    Information

    मोढेरा सूर्य मंदिर – Modhera Sun Temple In Hindi

    admin1By admin1March 12, 2022Updated:October 14, 2022No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

     नमस्कार दोस्तों आपका दिल से स्वागत हे तो आज हम बात करने वाले हे मोढेरा सूर्य मंदिर के बारे में जो गुजरात के महेसाणा जिले के मोढेरा नामक गांव के पुष्पा नदी के किनारे स्थित हे। ये मंदिर भारत के जाने माने स्थपत्य और शिल्प कला के मंदिरो में से एक हे मोढेरा का सूर्य मंदिर जो हाल भारतीय पुरातत्व विभाग के सरंक्षण में हे तो दोस्तों मुझे उम्मीद हे की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद होगी। 

    मोटेरा सूर्य मंदिर

     

    Photo : Google 

     

    हमारे देश में सूर्य को एक भगवान के रूप में माना जाता हे जिसकी वजह से सूर्य देव के मंदिरो का निर्माण प्राचीन काल से किया जाता रहा हे यानिकि प्राचीन काल से प्राचीन ग्रंथो में वेदो पुराणों में सूर्य का काफी महत्व रहा हे। हमारे जीवन में सूर्य का महत्व 

    मोढेरा का सूर्य मंदिर 

    ✅ मोढेरा के सूर्य मंदिर का जिक्र कई पुराणों में भी किया गया हे जैसे की स्कंद पुराण , ब्रह्मपुराण जिसमे ये कहा गया हे की प्राचीन काल में मोढेरा के आसपास के क्षेत्र धर्मरन्य के नाम से जाना जाता था। 

    ✅ इस मंदिर के परिसर के मुख्य तीन भाग हे गूढ़मण्डप , सभामण्डप और कुण्ड इन सभी मण्डपों के बाहरी भागो में स्थम्भो पर बेहत ही आकर्षक और सूक्ष्म नक्काशी की गई हे। 

    ✅ मोढेरा का सूर्य मंदिर अपने समृद्ध काल में पूजा अर्चना , नृत्य और संगीत से भरपूर जागृत मंदिर था। 

    ✅ कुण्ड के निचले हिस्से तक जाने के लिए सीढिया मौजूद हे और आसपास कुछ छोटे – छोटे मंदिर भी हे।

    ✅ इस मंदिर का पहला हिस्सा गर्भगृह का जबकि दूसरा सभामण्डप का हे। 

    ✅ गर्भगृह की अंदर की लम्बाई करीबन 51 फुट , 9 इंच जबकि चौड़ाई 25 फुट 8 इंच हे। 

    ✅ मंदिर के सभामण्डप में कुल 52 स्तंभ मौजूद हे जबकि इन स्तंभों तरह – तरह के देवी – देवताओ के चित्र मौजूद हे इसके अलावा महाभारत और रामायण के प्रसंगो को बहेतरीन कारीगिरी के साथ दिखाया गया हे।

    मोढेरा सूर्य मंदिर का निर्माण 

    अगर हम इस मंदिर के निर्माण के बारे में बात करे तो ईरानी शैली में बने इन मोढेरा सूर्य मंदिर का निर्माण सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम के द्रारा इस मंदिर का निर्मणा किया गया था। 

    इस मंदिर के निर्माण में मूल खण्डो को आपस में गूँथ कर संरचना खड़ी की गई हे ऐसा कहा जाता हे की भूकंप की स्थिति में इसकी संरचना भले ही हिले लेकिन ये गिरेगी नहीं। 

    मोढेरा सूर्य मंदिर की विशेषताए 

    ✅ मोढेरा सूर्य मंदिर सूर्यदेव के प्रसिद्ध मंदिरो में से एक मंदिर हे। 

    ✅ मोढेरा सूर्य मंदिर में पूजा करना निषिद्ध हे। 

    ✅ गुजरात के सोलंकी शैली में मौजूद सभी मंदिरो में मोढेरा सूर्य मंदिर अपनी स्थापत्य की दृष्ट्रि में सर्वोच्य स्थान हे। 

    ✅ इस मंदिर के निर्माण में जोड़ लगाने के लिए कही भी चुने का प्रयोग नहीं किया गया। 

    ✅ इस मंदिर में मौजूद स्तंभों को निचे की और देखने पर वो अष्टकोणाकार दिखते हे जबकि ऊपर की और देखने पर वही स्तम्भ गोल नजर आते हे। 

    ✅ मोढेरा सूर्य मंदिर का निर्माण ही कुछ इस प्रकार से किया गया हे की सूर्योदय होने पर सूर्य की पहली किरण इस मंदिर के गर्भगृह को रोशन करता हे। 

    ✅ इस मंदिर के आगे एक विशाल कुण्ड हे जो सूर्यकुंड या रामकुंड से प्रसिद्ध हे। और इस कुण्ड में अब भी अनेक कछुए निवास करते हे। 

    ✅ ये मंदिर भारत को चीरती कर्क रेखा के ऊपर स्थापित हे। 

    ✅ ये मंदिर अपनी उत्तम वास्तुकला के साथ – साथ ये मंदिर अपनी सुंदरता के लिए भी जाना जाता हे। 

    अन्य सूर्य मंदिर 

    भारत अति प्राचीन काल से ही स्थापत्य कला के लिए दुनिया में प्रसिद्ध रहा हे प्राचीन राजाओ के द्रारा निर्मित किये गए हुए मंदिरो का आज भी कोई मुकाबला नहीं हे भारत में कई अन्य सूर्य मंदिर भी हे जैसे की। ….

    ✅ कोणार्क सूर्य मंदिर उड़ीसा 

    ✅ मार्तंड सूर्य मंदिर जम्मू 

    ✅ प्रतापगढ़ का सूर्य मंदिर उत्तर प्रदेश 

    ✅ सूर्य मंदिर अल्मोड़ा 

    ये भी पढ़े। 

    हमारे जीवन में मौन का महत्व 

    कर्मो का महत्व 

    ” पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद “

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    admin1
    • Website

    Related Posts

    गोवा के बारे में जानकारी – Goa Ke Bare Me Jankari

    August 15, 2022

    जन्माष्टमी के बारे में जानकारी – Janmashtami In Hindi 2022

    August 9, 2022

    ड्रिप सिंचाई के लाभ क्या हे? – Benefits Of Drip Irrigation In Hindi

    April 4, 2022

    Leave A Reply Cancel Reply

    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.