नमस्कार दोस्तों में आपका दिल से स्वागत करता हु तो आज हम बात करने वाले हे तीतर पक्षी के बारे में जिनको अंग्रजी में Partridge कहा जाता हे जो एक (Francolinus gularis) कुल का पक्षी हे लेकिन सबसे संकट की बात ये हे की आज के वर्तमान समय में ये एक संकटग्रस्त पक्षी हे जिसकी मुख्य वजह इस पक्षी का शिकार और जंगलो का विनाश हे इसलिए ये हमारा धर्म हे की हम इस पक्षी का न करे और ना ही किसी को करने दे और इस पक्षी के सरंक्षण के लिए उचित प्रयास करे। तीतर पक्षी
Order : Galliformes
Family : Phasianidae
Phylum : Chordata
Class : Aves
Kingdom Animalia
तीतर पक्षी की जानकारी – Partridge Bird In Hindi
तीतर की प्रजाति
पूरी दुनिया में तीतर पक्षी की करीब 40 से भी ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हे जबकि ये पक्षी अलग – अलग क्षेत्रों में अलग – अलग रंगो में पाया जाता हे जैसे की लाल , भूरा , सफ़ेद और ग्रे रंगो में पाया जाता हे। भारत में ज्यादातर भूरे रंग के तीतर पाए जाते हे।
ये पक्षी ज्यादातर शहरों की तुलना में गाँव में ज्यादा पाए जाते हे जिसमे खास कर जंगलो में और हरियाली भरे क्षेत्रों में देखने को मिल जाते हे।
कहाँ पाया जाता हे तेतर पक्षी
तीतर पक्षी बहुत ही शर्मीला पक्षी हे यानिकि ये पक्षी कभी भी इंसान के सामने आना पसंद नहीं करता यानिकि ये इंसान से दूर रहना ही पसंद करता हे लेकिन किसानो के लिए तीतर पक्षी बहुत ही उपयोगी साबित होता हे क्योकि ये पक्षी खेत की फसलों में पाए जाने वाले किटको को साफ करता हे जिसे किसानो को फसल ज्यादा मिलती हे।
ये एक ऐसा पक्षी हे जो अपने जीवन का ज्यादातर समय ज़मीन पर ही व्यतीत करता हे।
तीतर पक्षी मूल रूप से यूरोप , एशिया और अफ्रीका के महाद्रिपो का मूल निवासी पक्षी हे।
ये पक्षी ना छोटा हे और ना ही बड़ा पक्षी हे यानिकि ये एक मध्यम कद का पक्षी हे।
ज्यादातर ये पक्षी आपको खेतो में , झाड़ियों में जंगलो में देखने को मिल जायेगा।
ये पक्षी जब भी उड़ान भरता हे तब वो करीबन एक किलोमीटर तक की उड़ान ही भरते हे।
तीतर पक्षी का वजन कितना होता हे ? तीतर पक्षी का वजन करीबन 300 ग्राम से लेकर 700 ग्राम के आसपास होता हे जबकि इस पक्षी का आकर करीब 30 सेंटीमीटर से लेकर 40 सेंटीमीटर तक होता हे।
तीतर पक्षी का खोराक क्या हे ? ये पक्षी मुख्यत्वे छोटे – छोटे कीड़े मकोड़े , बाजरा , गेहू जुवार , छोटे हरी घास आदि का सेवन करता हे लेकिन दीमक इस पक्षी का पसंदीदा खोराक होता हे
तेतर पक्षी की खासियत
इस पक्षी की एक खासियत होती हे की ये पक्षी उड़ने से ज्यादा दौड़ना पसंद करता हे और जब भी ये उड़ता तब वो बहुत ही कम दुरी तय करता हे।
दूसरे पक्षी की तरह ये पक्षी पेड़ पर अपना घोसला नहीं बनाता बल्कि ये अपना घोसला जमीन पर बनाता हे यानिकि भूमि में खड्डा करके उसमे अंडे देता हे। न उड़ने वाला पक्षी कीवी
ये पक्षी ज्यादातर झाड़िओ में और खेतो में रहना पसंद करता हे।
गाँव में कई लोग इस पक्षी को अपने शोख के खातिर इस पक्षी का पालन भी करते हे।
इस पक्षी का रंग भूरा होने की वजह से इस पक्षी को घास के मैदानों में और झाड़ियों में ढूंढ पाना बहुत ही मुश्किल होता हे।
आमतौर पर नर तीतर और मादा तीतर एक समान होते हे लेकिन नर तीतर के शरीर का रंग मादा तीतर की तुलना में ज्यादा चमकीला होता हे जिसे आप नर – मादा को आसानी से पहचान सकते हे। कैसोवरी एक भयानक पक्षी
तेतर की शरीर रचना
तीतर का बाह्य देखाव कैसे होता हे ? इस पक्षी का आकर अंडाकार होता हे जो देखने में सुन्दर होता हे जिसके पास एक पूंछ और दो पैर होते हे जबकि उसके पंजे नुखिले होते हे और उसके पंख भूरे रंग के जिन पर भूरे रंग की धारिया होती हे जबकि उसके शरीर का निचला हिस्सा हल्के सफ़ेद रंग का होता हे जबकि चोंच और आँखों का रंग काला होता हे।
मादा तीतर करीबन पांच से लेकर दस के आसपास भूरे – सफ़ेद रंग के अंडे देती हे। अंडो में बच्चे बहार निकलने में करीबन 10 से 12 दिन लगते हे और सबसे खास बात ये हे की बच्चे बहार निकलने के बाद चलने में सक्षम हो जाते हे।
ये पक्षी ज्यादातर झुण्ड में ही रहना पसंद करता हे यानिकि इस पक्षी के झुण्ड में दो से लेकर 10 तक की संख्या पाई जाती हे।
तेतर की आवाज़
तीतर पक्षी की आवाज बहुत ही कर्कश और तेज होती हे और अन्य पक्षी की आवाज की तुलना में आप इस पक्षी की आवाज बहुत आसान से पहचान सकते हे। आप इस पक्षी की आवाज को एक किलोमीटर की दुरी से भी सुन सकते हो
क्यों संकट में हे तेतर पक्षी
ये एक संकटग्रस्त पक्षी हे यानिकि खेतो में इस्तमाल किये जाने वाले कीटनाशक रसायण की वजह से इस पक्षी के स्वस्थ पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा हे और लोग इस पक्षी का शिकार भी ज्यादा करते हे इन दो वजह से इस पक्षी की प्रजाति विलुप्त के कगार पर हे।
ये भी पढ़े।
” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “