नमस्कार दोस्तों आपका दिल से स्वागत हे तो आज हम बात करने वाले हे की हमारे जीवन में नदियों का क्या महत्व हे? हमारे जीवन के सामाजिक और आर्थिक विकास में नदियों का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण रहा हे यानिकि प्राचीन काल से लेकर आज तक नदिया हमारे जीवन की जीवादोरी रही हे। नदिया प्राकृतिक सौन्दर्य में वृद्धि करती हे। नदिया प्रकृति का दिया हुआ एक सुन्दर उपहार हे। तो चलो दोस्तों नदियों का महत्व क्या हे? ये हम जान लेते हे। nadi ka mahtv
नदियों का महत्व
हमारे देश में नदी को माता का दर्जा दिया गया हे यानिकि प्राचीन काल से नदियों की पूजा करने के परंपरा रही हे और आज भी लोग नदियों का पूजन करते हे आप इस बात से अनुमान लगा सकते हे की प्राचीन नगर जैसे की मधुरा , वाराणसी , आगरा , पटना, नासिक और उज्जैन को सभी नदियों के किनारे बसे हुए हे इसी तरह आधुनिक नगर जैसे की सूरत , अहमदाबाद , मैसूर , हैदराबाद जैसे नगर भी नदियों के तट पर ही बसे हे यानिकि गांव हो या शहर राज्य हो या देश लेकिन उनके सामाजिक या आर्थिक विकास में नदियों का महत्व ( योगदान ) कम नहीं हे।
जल सिंचाई में नदियों का महत्व
नदिया जो कुदरत की एक अमूल्य भेट हे। हमारे देश के अधिक लोगो का मुख्य आधार खेती यानिकि कृषि होता हे और पानी के बिना खेती करना असंभव हे नदिया से ही हम देश को हरा भरा रखती हे यानिकि नदियों के जल से हम आसपास के खेतो की सिंचाई कर सकते हे।
नदिया जो जल के बहाव को नियंत्रित करती हे यानिकि जब बाड़ आती हे बारिश होती हे तब नदी के माध्यम से जो पानी का संग्रह होता हे वो बहकर नदियों में चला जाता हे जिसे जल नियंत्रण होता हे।
प्राचीन काल में नदियों का महत्व
हमने आगे देखा की प्राचीन काल से लेकर आज के आधुनिक काल में नदियों का महत्व विशेष रहा हे प्राचीन काल में इंसान , पशु या पक्षी ऐसे स्थान पर रहना पसंद करते थे जहा पानी की आसानी से पूर्ति हो सके उनको पानी मिल सके और आज के आधुनिक समय में भी जितने भी बड़े शहर हे वो भी नदियों के किनारे पर ही हे।
प्राचीन काल में सड़के बहुत कम भी इसलिए सभी अंतर्देशीय व्यापर नावों के माध्यम से किये जाते थे यानिकि व्यापारियों एक स्थान से दूसरे स्थान पर अपने माल की हेराफेरी नदियों में नाव के माध्यम से करते थे।
नदियों का आर्थिक महत्व
सम्पूर्ण मानव इतिहास में नदियों का आर्थिक महत्व रहा हे नदी पानी और पोषक तत्वों को पृथ्वी के चारो और के क्षेत्रों में ले जाती हे यानिकि नदी जल चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हे। नदिया ऊर्जा का एक स्त्रोत हे तेज से बहने वाली नदिओं के पास मिलो , दुकानों और कारखाना निर्माण होने लगा हे जहा नदियों के पानी का इस्तमाल जल विधृत और उनके जल टरबाइनों को बिजली देने के लिए किया जाता हे। नदी हमारे पिने का पानी की आपूर्ति करती हे इतने नहीं हम नदियों पर बाँधो बांधकर पानी का संग्रह भी कर सकते हे और विधृत भी पैदा कर सकते हे। नदियों में से हमें अनेक प्रकार के खनिज प्रदार्थ की प्राप्ति होती हे।
नदी के पानी से हम नहा सकते हे कपडे धो सकते हे। नदियों के द्रारा जल सिंचन होता हे यानिकि नदियों से जल परिवहन किया जा सकता हे जबकि नदियों का पानी पिने को भी काम आता हे इतना ही नहीं बल्कि नदियों के जल से विधृत भी पैदा कर सकते हे और मत्स्य पालन भी हम कर सकते हे। नदिया अपने आसपास के क्षेत्रों की जलवायु को सामान्य बनाती हे। नदिया जल मार्ग का काम करती हे यानिकि नदियों द्रारा व्यापर और आवागमन होता हे। पहाड़ो का महत्व
नदिया कई जीवो को पक्षियों को आवास और भोजन प्रदान करती हे यानिकि पक्षी और कई जानवर नदिया के पानी का इस्तमाल पिने के लिए नदियों में से अपने भोजन की पूर्ति करते हे
नदियों का सांस्कृतिक महत्व
हम नदियों को संस्कृति में केवल जल के स्त्रोत में ही नहीं देखते बल्कि हम नदियों को जीवन देने वाले देवी देवताओ के रूप में देखते हे यानिकि हमने कभी भी नदियों को केवल भौगोलित अस्तित्व के रूप में नहीं देखा बल्कि उनको जीवनदाई तत्वों के रूप में देखा हे।
प्राकृतिक सौन्दय में वृद्धि
देश के संसाधन चाहे नहीं हो , झील हो , तालाब हो या फिर पर्वत , वन हो ये सब प्राकृतिक सौन्दर्य में वृद्धि करते हे अगर किसी स्थान पर नदी न हो , वन न हो , झरने न हो तो ऐसे में प्राकृतिक सौन्दय कम हो जाता हे जैसे की मरुस्थल में कितना वीरान लगता हे आप सोच सकते हे लेकिन अगर किसी क्षेत्र में नदिया हो , झरने हो , झीलों हो तो वो स्थान कितना अच्छा लगता हे यानिकि नदिया प्राकृतिक सौन्दर्य में वृद्धि करते हे इतना ही नहीं नदिया हमारे मनोरंजन को भी पूरा करती हे।
नदियों को साफ और स्वस्छ रखना केवल सरकार का काम नहीं हे लेकिन हम सब की जिम्मेदारी हे की हम प्रवित्र नदियों को साफ और स्वच्छ रखे।
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