हेल्लो दोस्तों आपका दिल से स्वागत हे तो आज हम बात करने वाले हे मधुमक्खी के बारे में जो एक किट वर्ग का प्राणी हे जिनको अंग्रेजी में Honey Bee कहा जाता हे मधुमक्खियाँ खरबो संख्या में इस धरती पर मौजूद हे। आपने अपने घर की दीवाल पर , किसी पेड़ पौधे पर या किसी वस्तु पर मधुमक्खी का छत्ता यानिकि घर देखा ही होगा जिनमें कई सारी मधुमक्खी झुंड में रहती हे। मधुमक्खी से हमें मधु ( शहद ) प्राप्त होता हे। तो चलो दोस्तों मधुमक्खी के बारे में और भी जानकारी हम देख लेते हे। Honey Bee Facts In Hindi
Honey Bee Information In Hindi
Kingdom : Animalia
family : Apidae
Phylum : Arthropado
मधुमक्खी एक सामाजिक किट हे जो झुंड में रहना पसंद करता हे जिनका वैज्ञानिक नाम Apis हे।
पूरी दुनिया में मधुमक्खी की मुख्य पांच 5 प्रजातियां पाई जाती हे।
मधुमक्खी की प्रजातियां
1 . भुनगा या फिर डम्भर
भुनगा या डम्भर मधुमक्खी सबसे छोटी और सबसे कम मधु ( शहद ) पैदा करने वाली मधुमक्खी हे लेकिन ये मधुमक्खी परागन की तुलना में इनका योगदान अन्य मधुमक्खी से कम नहीं हे। ये मधुमक्खीया नन्हे फूलो , जड़ी बूटियों नन्हे फूलो में से भी पराग एकत्र करती हे जहाँ अन्य मधुमक्खी नहीं पहुंच सकती इसलिए आयुर्वेदिक के अनुसार इस मधुमक्खी का शहद सर्वोत्तम माना जाता हे।
2 . भंवर
ये मधुमक्खी अन्य मधुमक्खी की तुलना में बड़ी होती हे और स्वाभाव में ख़तरनाख भी होती हे जिसकी वजह से इस मधुमक्खी को पाला नहीं जाता। भंवर मधुमक्खी को अलग अलग हिस्सों में अलग – अलग नामों से जाना जाता हे जैसे की उत्तर भारत में उसे भौरेह जबकि दक्षिण भारत में उसे सारंग जबकि राजस्थान में मोम माखी कहा जाता हे। भंवर मधुमक्खी अपना छत्ता ज्यादातर ऊंचाई वाली जगह पर बनाते हे जैसे की ऊँचे पेड़ की डालियो पर , ऊँचे मकानों की दिवालो के कोने में बनाते हे। इस मधुमक्खी का छत्ता करीबन डेढ़ से पौने दो मीटर तक चौड़ा होता हे जो अन्य मधुमक्खी की छत्ते से काफी बड़ा होता हे इतना ही नहीं भंवर मधुमक्खीया की संख्या भी अन्य मधुमक्खी से कई ज्यादा होती हे और वो शहद का उत्पादन भी ज्यादा करती हे इस मधुमक्खी के छत्ते में से एक बार करीबन 30 से 50 किलोग्राम शहद प्राप्त किया जा सकता हे। कई बार बाज जैसे पक्षी इस मधुमक्खी के छत्ते पर चोट मार देने पर ये उस पक्षी का पीछा करती हे जबकि कई बार इंसान या पालतू पशुओ का भी पीछा करती हे। कई बार इस मधुमक्खी के काटने से कई इंसानो की मौत भी हो चुकी हे। इस मधुमक्खी का डंख बहुत पीड़ादायक होता हे।
3 . पोतिंगा या छोटी मधुमक्खी
इस मधुमक्खी का छत्ता भंवर मधुमक्खी की तुलना में छोटा होता हे। ये मधुमक्खीया अक्शर खुल्ले किसी चीज पर या पेड़ की डाली पर अपना छत्ता बनाते हे जो करीबन 20 सेंटीमीटर लम्बा और चौड़ा होता हे इस मधुमक्खी के छत्ते में से एक बार में करीबन 200 से लेकर 500 ग्राम शहद प्राप्त किया जा सकता हे।
4 . खैरा या भारतीय मौन
खैरा मधुमक्खी को ग्रामीण इलाको में सतकोचवा भी कहा जाता हे जो अन्य मधुमक्खी की तुलना में ये मधुमक्खी का कम आक्रामक होती हे। ये मधुमक्खीया अपना सत्ता किसी दीवाल के खोखलों में या फिर किसी पेड़ के खोखलों में एक के बाद एक करीबन सात ( 7 ) समान्तर छत्ते बनाती हे इस मधुमक्खी के छत्ते में से एक बार करीबन 500 ग्राम से लेकर एक किलोग्राम तक शहद प्राप्त किया जा सकता हे।
5 . यूरोपियन मधुमक्खी
इसका सम्पूर्ण विकास यूरोप , अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका तक हे इनकी अनेक प्रजातियों में से एक प्रजाति इटैलियन मधुमक्खी हे जिनका वर्तमान में हमारे देश में इन्ही मधुमक्खी का पालन हो रहा हे।
मधुमक्खी का परिवार
1 . रानी मधुमक्खी
पुरे छत्ते में एक रानी मधुमक्खी होती हे जो पूर्ण विकसित मादा होती हे अंडे देने का काम केवल रानी मधुमक्खी ही करती हे। इस मधुमक्खी की पहचान ये हे की ये अन्य मधुमक्खी की तुलना में ये सबसे बड़ी और चमकीली होती हे जिसे उसे आसानी से पहचाना जा सकता हे।
2 . नर मधुमक्खी
नर मधुमक्खी की संख्या मौसम और प्रजनन काल के अनुसार घटनी और बढ़ती रहती हे। नर मधुमक्खी का काम केवल रानी मधुमक्खी का गर्भाधान करना हे लेकिन गर्भाधान के लिए कई नर प्रयास करते हे मगर एक ही सफल हो पता हे।
3 . श्रमिक मधुमक्खी
मधुमक्खी के छत्ते में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका श्रमिक मधुमक्खी की होती हे जो फूलो का रस लेकर अपने छत्ते में शहद को एकत्रित करते हे। इस मधुमक्खी का मुख्य काम शहद का निर्माण करना , अंडो और बच्चो की देखभाल करना और छत्ते का निर्माण करना होता हे।
मधुमक्खी की शरीर रचना
मधुमक्खी का बाहरी कठोर सतह होता हे जिसे बही:कंकाल कहते हे।
मधुमक्खी का शरीर तीन भागो में विभाजित होता हे जिनमें सिर , वक्ष और उदर शामिल हे।
मधुमक्खी के सिर पर दो जोड़ी एन्टेना होती हे।
मधुमक्खी के पास तीन जोड़ी पैर होते हे जिनकी वजह से वो चल पाती हे।
मधुमक्खी के पास दो जोड़ी पंख होते हे जिसे वो उड़ सकते हे।
मधुमक्खी के मुँह पर एक एंटीना टाइप छड़ी होती हे जिसके जरिये मधुमक्खी फूलो से nectar चूस लेती हे।
मधुमक्खी की आँखों में कई सारे लेन्स मौजूद होते हे।
मधुमक्खी अपने जीवनकाल के दौरान चार अवस्था होती हे जिसमें अंडा , लार्वा , प्यूपा और वयस्क शामिल हे।
मधुमक्खी की पांच आंख होती हे।
मधुमक्खी के बारे में जानकारी – Honey Bee In Hindi
1 . ये एक महेनती किट हे जो एक बून्द शहद के लिए कई फूलों पर , दूर – दूर तक का सफर तय करती हे।
2. मधुमक्खी जो छत्ते का निर्माण करती हे वो मोम से बना हुआ होता हे जो मधुमक्खी के पेट की ग्रंथि से निकलता हे।
3. मधुमक्खियाँ छत्ते बनाकर रहती हे जिसमे एक रानी मधुमक्खी और कई सारे नर और श्रमिक होते हे।
4. मधुमक्खियां करीबन दस हजार से लेकर पचास हजार तक एक साथ छत्ता ( घर ) बनाकर रहते हे और उस छत्ते में भी अलग – अलग बहुत से छोटे – छोटे घर बने होते हे।
5. क्या आप जानते हे की मधुमक्खियाँ नृत्य के माध्यम से वो अपने परिवार के सदस्यों को पहचान करती हे।
6. मधुमक्खी का शहद गले की ख़राश , पाचन सबंधी समस्या , मुँह में छाले आदि में लाभदायक साबित होता हे।
7. शहद और मोम के उत्पादन के लिए मधुमक्खी का पालन भी किया जाता हे।
8. आमतौर पर मधुमक्खी की 20000 से भी अधिक प्रजाति पाई जाती हे लेकिन शहद ( मधु ) का निर्माण केवल चार ( 4 ) प्रजाति ही करती हे।
9. नर मधुमक्खी का जीवनकाल करीबन 45 दिनों के आसपास होता हे जबकि रानी मधुमक्खी का जीवनकाल करीबन पांच ( 5 ) साल तक का होता हे।
10. नर मधुमक्खी को ड्रोन भी कहा जाता हे।
11. जब मधुमक्खी डंख मारती हे तब उस जगह पर पहले पीड़ादायक दर्द होता हे उसके बाद उस जगह पर सूजन हो जाती हे। केवल मादा ही डंख दे सकती हे नर नहीं।
Honey Bee Facts In Hindi
1. क्या आप जानते हे की मधुमक्खी को 500 ग्राम मधु ( शहद ) बनाने के लिए करीबन 90000 मिल यानिकि धरती के तीन चक्कर लगाने के बराबर का सफर तय करना पड़ता हे।
2. मधुमक्खी की उड़ने की रफ़्तार करीबन 30 किलोमीटर प्रति घंटे की होती हे।
3. मधुमक्खी के एक छत्ते में करीबन ज्यादा से ज्यादा 60000 से भी अधीक मधुमक्खी होती हे।
4. मधुमक्खी के डंख में जो ज़हर पाया जाता हे उस ज़हर का इस्तमाल कई बीमारियों के उपचार में किया जाता हे जिनमें गठिया और उच्च रक्तचाप शामिल हे।
5. पूरी दुनिया में शहद ही एक मात्र ऐसा खाद्य प्रदार्थ हे जिसमें सभी प्रकार के आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हे।
6. क्या आप जानते हे की मधुमक्खी के शहद का रंग जितना गहरा होता हे उतना ही उनमे एन्टीऑक्सीडेट गुणों की मात्रा अधिक होती हे।
7. ये एक ऐसा किट हे जो प्रति सेकण्ड में अपने पंखो को 200 बार हिलाते हे।
8. ज्यादातर जब मधुमक्खी डंख मारती हे उसके बाद वो खुद भी मर जाती हे।
9. इस किट के पास दो पेट मौजूद होते हे जिसमे एक खाने के लिए और दूसरा फूलो का रस एकत्रित करने के लिए होता हे।
10. एपिस मेलिफेरा, एपिस फ़्लोरिया और एपिस इंडिका नाम की मधुमक्खी सबसे ज्यादा अंडे देती हे।
11. मधुमक्खी एकमात्र ऐसा किट हे जिनके द्रारा बनाया हुआ शहद इंसान के खाने योग्य होता हे।
12. केवल मादा मधुमक्खी ही शहद बना सकती हे और डंख भी मार सकती हे।
13. किसी भी इंसान को मारने के लिए मधुमक्खी के 1100 डंख ही काफी हे।
14. मधुमक्खी शहद को पहले ही पचा देती हे जिसकी वजह से शहद को हमारे खून तक पहुंचने में करीबन 20 मिनिट ही लगती हे।
15. क्या आपको मालूम हे की नर मधुमक्खी सेक्स करने के बाद वो मर जाते हे क्योकि उनका अंडकोष फट जाता हे।
16. मधुमक्खी के शहद में fructose की मात्रा अधिक होने की वजह से शहद चीनी से भी 25% ज्यादा मीठा होता हे।
17. क्या आप जानते हे की मधुमक्खी को एक चम्मच शहद के लिए हजारो फूलो को चूसना पड़ता हे।
18. शहद एक मात्र ऐसा खाद्य प्रदार्थ हे जो कई सालो तक ख़राब नहीं होता।
19. रानी मधुमक्खी नर को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए हवा में pheromone नामक कैमिकल छोड़ती हे जिसकी वजह से नर आकर्षित होता हे और दोनों हवा में सेक्स करते हे।
20. दुनिया में सभी जिव जन्तुओ में से मधुमक्खी की भाषा सबसे कठिन होती हे लेकिन 1973 में Karl von frisch को उनकी भाषा The waggle dance को समझने के लिए नोबेल पुरस्कार मिला था।
21. मधुमक्खी के छत्ते में कभी भी दो रानी मधुमक्खी नहीं रह सकती क्योकि जब भी ऐसा होता हे तब दोनों रानी मधुमक्खी एक दूसरे पर हमला कर देती हे और उनकी लड़ाई तब तक जारी रहती हे जब तक किसी एक की मौत न हो जाये।
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मधुमक्खी के बारे में सबंधित सवाल
मधुमक्खी की कितनी आंखे होती हे?
मधुमक्खी के पास पांच ( 5 ) आंखे होती हे जिसमे दो बड़ी कंपोउंड और तीन छोटी आंख उनके सिर के मध्य में स्थिर होती हे।
मधुमक्खी अपना छत्ता ( घर ) किससे बनाती हे?
मधुमक्खियाँ अपना छत्ता मोम से बनाती हे यानिकि मधुमक्खी के शरीर की एक ग्रंथि होती हे जिसमें से मोम निकलता हे जिसका इस्तमाल वो छत्ता ( घर ) बनाने में करती हे।
हमारे जीवन के लिए मधुमक्खी का क्या योगदान हे?
हमारे जीवन के लिए मधुमक्खी का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण हे क्योकि हम जो फल , फूल , सब्जी , अनाज को भोजन में इस्तमाल करते हे उन्हें उगाने के लिए सिर्फ मिट्टी , धूम , हवा या पानी ही जरुरी नहीं हे बल्कि इसमे किट पतंगों का भी विशेष योगदान हे यानिकि कृषि का बड़ा हिस्सा किट पर निर्भय होता हे जिसमे परागण की प्रक्रिया का खास योगदान होता हे यानिकि मधुमक्खियाँ पेड़ पौधों के कणो एक पौधे से दूसरे पौधे तक पहुंचाने में सहायक होती हे। जब मधुमक्खी शहद प्राप्त करने के लिए किसी फूल पर बैठती हे तब उनके पैरो में और पंखो में पराग कण चिपक जाते हे और जब वो मधुमक्खी दूसरे फूल पर बैठती हे तब चिपके हुए पराग कण उस पौधे में चले जाते हे और उसे निषेचित कर देते हे जिसकी वजह से फल और बीजो की उत्पति होती हे मगर चिंता का विषय ये हे की हमारे द्रारा किया जाने वाला प्रदुषण की वजह से मधुमक्खी की संख्या लगातार कम होती जा रही हे जो हमारी प्रजाति के लिए नुकशान कारक साबित हो सकता हे।
मधुमक्खीया ख़त्म हो जाते तो क्या होगा?
अगर मधुमक्खी ही ख़त्म हो जाएगी तो हमारा जीवन भी ख़त्म हो जायेगा क्योकि पृथ्वी पर मौजूद 90 % खाद्य प्रदार्थो का उत्पादन करने में मधुमक्खी का योगदान बहुत बड़ा हे जैसे की हर एक फल, सब्जी , जैसे की नारंगी , दाड़म , काजू , बादाम, संतरा , आम , सेव , अंगूर , चीकू , पपीता आदि का परागन मधुमक्खी के द्रारा होता हे जबकि गेहू , मक्के और चावल का परगन हवा द्रारा होता हे इसलिए आप सोच सकते हे की अगर मधुमक्खी ख़त्म हो गई तो मानव प्रजाति भी चार साल ही जीवित रह पायेगी।
” पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद “