नमस्कार दोस्तों में आपका दिल से स्वागत करता हुं तो आज हम लाजवंती यानिकि छुईमुई पौधे के बारे में बात करने वाले हे जिसे अंग्रेजी में ( Touch Me Not Plant ) कहा जाता हे जबकि इस पौधे के अन्य नाम भी हे जैसे की लज्जावती , लाजवंती। ये पौधा सबसे तेज बढ़ने वाले पौधों में से एक पौधा हे। ये पौधा अपनी शर्मीली प्रकृति के वजह से ज्यादा लोकप्रिय हे। हमें उम्मीद हे की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आएगी।
लाजवंती पौधे के बारे में जानकारी
1. लाजवंती एक प्रकार का पौधा हे लाजवंती पौघे का वैज्ञानिक नाम क्या हे ? तो इस पौधे का वैज्ञानिक नाम Mimosa Pudica है।
2. लाजवंती का पौघा है जो Fabaceac परिवार से ही सबंघ रखता है।
3. लाजवंती पौघे की पत्तिया जो गहरे हरे रंग की होती है जो करीबन 1 से 1.5 cm लम्बे और 0.5 cm चौड़े होते हे जो बिलकुल इमली के पत्तो के जैसे होते हे।
4. इस पौधे की शाखाये काफी पतली होती हे जो समय के साथ झुकना शरू कर देती हे।
5. लाजवंती का पौधा एक बारहमासी पौधे के रूप में मौजूद हे जो अपनी तेज गति से बढ़ने के लिए जाना जाता हे।
6. ये एक आयुर्वेदिक पौधा हे जबकि आदिवासी इस पौधे को बहुगुणी पौधा मानते हे यानिकि इस पौधे में ऐसे औषधिय गुण पाए जाते हे जिसकी वजह से इन पौधा का इस्तमाल औषधियों में किया जाता हे।
7. ये बात जानकर आप हैरान रह जाओगे की लाजवंती पौघे की पंखुड़ियों बहुत ही सेंसिटिव होती है यानिकी कोई भी इंसान या फिर वस्तु के स्पर्श में आते ही या फिर जोर से फूंक मारते ही इस पौधे की पंखुडिया मुरझा जाती हे जिसकी वजह से उसे छुईमुई का पौधा कहा जाता हे। लेकिन थोड़ी देर के बार वो अपने आप खिल उठती हे।
8. लाजवंती पौघे को अगर आप इसे उगाना चाहते है तो आप इसे बीज के द्धारा उगा सकते है।
9. लाजवंती पौघे पर जुलाई और सितम्बर के बिच में फूल खिलते है।
10. बारिश के समय लाजवंती पौघे पर गुलाबी रंग के फूल लगते है। यह दिखने में बहुत भी सुंदर और बहुत ही आकर्षित होते है।
11. यह पौघा ज्यादातर नमी वाली जगह पर पाया जाता है।
12. लाजवंती पौघे की ऊंचाई लगभग एक मीटर या उनके अधिक भी होती है।
13. लाजवंती पौधे की एक खासियत ये भी हे की लाजवंती पौघा शाम होने से पहले इस पौधे की पत्तिया मुरझा जाती है जबकि सुबह होने से पहले खुल जाती है।
14. लाजवंती पौधे की पत्तिया , तना , जड़ , फूल , बीज आदि का इस्तमाल घरेलु दवाये बनाने में किया जाता हे।
15. इस पौघे का जीवनकाल करीबन 1 साल का होता है मगर उसे देखरेख सही प्रकार से की जाये तो ये अधिक साल भी रह सकता हे।
लाजवंती का पौधा कैसे लगाए?
1. अगर आप लाजवंती पौधे को उगाना चाहते हे तो आप उसे बीज के माध्यम से उगा सकते हे या फिर आप इस पौधे को किसी नर्सरी ले लाते हे तो उसे भी आप आसानी से अपने घर या बगीचे में उगा सकते हे तो चलो हम जान लेते हे की छुईमुई का पौधा कैसे उगाये?
2. अगर आप बीज के माध्यम से उगाना चाहते हे तो आप सबसे पहले आप इस पौधे के बीजो को कम से कम एक दिन के लिए पानी में भिगोकर रख लीजिये क्योकि इस पौधे के बीज कठोर होते हे ताकि वो नरम हो जाये।
3. फिर बाद में आपको पानी में भिगोये हुए बीज को गमले के अंदर करीबन दो इंच की गहराइयों में रखे और उस गलमे में थोड़ा सा पानी डाल दीजिये।
4. इस पौधे को उगने के लिए पहले ज्यादा तापमान की जरुरत नहीं होती इसलिए गमले को ऐसी जगह पर रखे जहाँ उसे कम धुप मिले।
5. किसी भी पौधे की वृद्धि के लिए तापमान , पानी और मिट्टी की ज्यादा भूमिका होती हे लेकिन छुईमुई के पौधे के लिए आप उपजाऊ मिट्टी की ज्यादा जरुरत नहीं हे यानिकि आप बगीचे की मिट्टी भी ले सकते हे मगर आपको ज्यादा धुप वाली जगह पर इस पौधे को नहीं लगाना चाहिए। और गलने में ज्यादा पानी न भरे।
6. करीबन एक से दो हप्तो में ये पौधा उगना शरू हो जाता हे।
लाजवंती पौधे की देखभाल कैसे करे?
1. पौधे की वृद्धि और विकास के लिए सिर्फ पौधे को रोपना ही जरुरी नहीं हे बल्कि उनकी देखभाल करना भी उनता ही जरुरी हे तो अब हम बात करने वाले हे की लाजवंती पौधे की देखभाल कैसे करे।
2. जब लाजवंती का पौधा अंकुरित होकर जमीन से बहार निकालता हे तब उसे ज्यादा तापमान की जरुरत नहीं रहती इसलिए उसे नमी वाले स्थान पर ही रखे।
3. गमले में ज्यादा पानी मत डालें क्योकि ऐसे करने से पौधे की जड़े सुख जाती हे और पौधा मुर्जा जाता हे जिसकी वजह से उनका विकास नहीं होता कई बार पौधा फेल भी हो जाता हे इसलिए गमले में ज्यादा पानी मत डालें।
4. जब पौधा बड़ा होने लगे तब कई कीटनाशक आने लगते हे ऐसे होने पर कीटनाशक का छंटकाव करे।
5. लाजवंती का पौधा जब बड़ा होने लगता हे तब उनकी टहनिया निचे की और झुक जाती हे ऐसा होने पर उन्हें हटा दे।
1. अगर आप लाजवंती पौघे की पतियों का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाने पर या मालिश करने से खुजली में तुरंत आपको आराम मिलता है।
2. अगर आप घाव वाली जगह पर लाजवंती पौघे की पतियों को पीसकर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है।
3. क्या आप जानते है की लाजवंती पौघे के बीज और जड़ का चूर्ण को गुड़ या दूघ के साथ सेवन करने से आपका वीर्य बढ़ता है।
4. लाजवंती पौघे की जड़ को पीसकर या तो घिसकर शहद के साथ मिलाकर इसे चाटने से आपकी खांसी दूर हो जाती है।
5. लाजवंती पौघे का रस मघुमेह के दर्दी के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है।
6 . लाजवंती के पत्तो को पानी के साथ पीसकर उसे नाभि के निचले हिस्से पर लगाने से पेशाब का अधिक आना बंध हो जाता हे।