आज तुमसे मेरी एक ही गुज़ारिश हे
की तुम इतने पास आ जाओ जितने
जितने तुम याद आते हो।
मेरी ख्वावीश भी की तूम
भी याद करो मेरी तरह लेकिन
ख्वावीश। …. ख्वावीश ही रह गई
थाम लूँ ये तेरा हाथ और तुझे
कही दूर ले जाऊ
जहा तुझे देखने वाला मेरे अलावा
कोई ना हो। .
ना जाने कैसा रिस्ता हे ये दिल
से तुम्हारा क्योकि ये
धड़कना भूल सकता हे लेकिन
तुम्हारा नाम नहीं।
इस दुनिया में हजारों मेहफ़िल
हे , लाखों मेले हे लेकिन जहाँ तुम
नहीं वहाँ हम अकेले हे। …
इससे ज्यादा और कितना करीब
लाऊ तुम्हे में की तुम्हे दिल में रखकर भी
मेरा दिल नहीं भरता।
रात के अँधेरे में तो हर कोई
किसी को याद कर लेता हे लेकिन
सुबह उठते ही जिनकी याद आये
मोहब्बत उनको कहते हे।
मुझे एक बार सीने से लगाकर
सुन मेरी धड़कर जो हर वक्त
तुमसे मिलने की ज़िद करती हे। .
चलो अब रात हुई सो जाओ पर
मुलाकात करना। …..
ख्वाबो में आना और हमसे बात
करना। ……
अगर हम तुम्हे पा न सके फिर
भी पूरी जिन्दगी तुमसे प्यार करेंगे
ये जरुरी तो नहीं की जिसे पा न सके
उसे छोड़ जिया जाए। …
जिन्दगी तब खूबसूरत हो
जाती हे जब हमसफ़र
धोकेबाज़ न हो। .
मुझे पता नहीं हे की मुझे हक़ हे
या नहीं लेकिन तेरी
परवा करना मुझे अच्छा लगता हे। .
ऐसा नहीं हे की मुझे गुस्सा
नहीं आता लेकिन उस गुस्से से भी
कई ज़्यादा प्यार करते हे हम
तुमसे। …💓💓💓
होठो पर ख़ामोशी हे और
आँखों में प्यार हे मेरा दिल
तुम्हे मिलने को बेक़रार हे। .
खुदा भी न जाने कितना प्यारा रिस्ता
बना देता हे। ..
जीने हम जानते भी नहीं थे उनको
भी जान से प्यारा बना देता हे। .
इतना प्यार तो मैंने खुद से भी
नहीं किया था जितना आप से
हो गया हे। …💑💑💑💕
कुछ तो सोचा होगा खुदा ने
हमारे बारे में वरना इतनी बड़ी
दुनिया में तुमसे ही प्यार क्यू होता। .
काश तुम मुझे गले लगाकर
कहो की डरते क्यू हो पागल में तो
सिर्फ तुम्हारी हु। ..
अपनेपन का शोर वही रिश्ते
नहीं मचाते जो रिश्ते गहरे होते हे। .
याद रखना मेरे दोस्त माफ़ी
गलती की होती हे धोखे
की नहीं। …
खुदा हमें देखर भी आजमाता
हे और लेकर भी। .