समुद्र और गुरु दोनों ही गहरे होते हे लेकिन दोनों की गहराई में एक फर्क होता हे और वो ये हे की समुद्र की गहराई में इंसान डूब जाता हे जबकि गुरु की गहराई में इंसान तर जाता हे तो आज हम बात करने वाले हे की समुद्र से हमें क्या सीखना चाहिए ?
Samudr Se Hame Kya Sikhana Chahiye
सिख – 1
समुद्र जितना शांत होता हे उतना ही वो खतरनाक होता हे वैसे ही अपनी ज़िन्दगी में भी हमें कोई इंसान कुछ न बोले तो हमें ये बिलकुल नहीं समझना चाहिए की ये कुछ नहीं कर सकता बल्कि वो भी आपके साथ वो सब कर सकता हे जो आपने उसके साथ लिए लेकिन समुद्र की तरह चुप और शांत रहना उनका स्वाभाव हे इसलिए वो शांत रहता हे जिसका हमें फायदा नहीं उठाना चाहिए।
सिख – 1
आप सभी जानते हे की समुद्र कितना गहरा हे लेकिन फिर भी वो शांत हे वैसे ही जो इंसान जितना गहरा होता हे यानिकि जितना ज्ञानी होता हे वो उतना ही वो शांत होता हे।
सिख – 2
समुद्र से हमें सहनशीलता की प्रेरणा मिलती हे यानिकि समुद्र में लोग के द्रारा , पक्षियों के द्रारा, नदियों के द्रारा कई गंदकीया आती हे वैसे ही हमारी ज़िन्दगी में कुछ लोग हमारे बारे में बुरा – भला कहेंगे , हमारा बुरा करेंगे हमें हानि पहुचायेंगे लेकिन फिर भी हमें ऐसे लोगो के बारे में बुरा सोचना तो दूर बुरा करना भी नहीं हे क्योकि सामने वाला हमारे साथ बुरा वर्ताव करे ये उसका कर्म हे लेकिन हम किसी का बुरा न करे ये हमारा धर्म हे यानिकि मेरा कहने का मतलब सिर्फ यही हे की हमारे लिए सामने वाला बुरा हो सकता हे लेकिन उसके लिए हम तो अच्छे बने रहे।
सिख – 3
जिस प्रकार समुद्र में निरंतर नदिया बहती रहती हे फिर भी समुद्र कभी विचलित नहीं होता यानिकि शांत ही रहता हे वैसे हमारे मन में भी कई प्रकार की इच्छाएं निरंतर आती रहती हे लेकिन हमें विचलित नहीं होना हे बल्कि अपने मन को शांत ही रखना हे।
सिख – 4
किनारे पर बैठकर कभी समुद्र की गहराई मापी नहीं जाती जैसे ही किसी इंसान को जाने बिना , उसके बाह्य देखाव से हमें उसे गलत नहीं बोल सकते उनके बारे में हमें बुरा सोचना नहीं चाहिए क्योकि कभी – कभी जो होता हे वो हमें दिखाई नहीं देता हे और जो दिखाई देता हे वो होता नहीं हे इसलिए कभी भी किसी के बारे में जाने बिना , उनको समझे बिना हमें कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए।
सिख – 5
जब हम समुद्र की गहराई तक जाते हे तभी हमें ये मालूम होता हे की समुद्र में कितने जिव हे जीतनी चीजे हे यानिकि जब हम समुद्र की गहराई तक जाते हे तभी हमें मालूम होता हे की समुद्र में वास्तव में क्या – क्या हे ? वैसे ही जब तक हम ज़िन्दगी की गहराई को समझेंगे नहीं तब तक हमें ज़िन्दगी क्या हे ये समझ नहीं आएगा।
सिख – 6
समुद्र में ज्वार भाटा आते हे वैसे ही हमारी ज़िन्दगी में भी सुख और दुःख आते रहते हे सुख दुःख तो हमारे जीवन के दो पहलू है इसलिए हमें इसका स्वीकार करना चाहिए और उनका सामना करना चाहिए और अपनी ज़िन्दगी में मस्त रहना हे।
सिख – 7
समुद्र कितना खतरनाक होता हे जिनकी लहरे मानो सब कुछ नष्ट कर सकती हे लेकिन फिर भी समुद्र में कितने जिव अपना जीवन व्यतीत करते हे वैसे ही हमें भी अपनी शक्तियों का इस्तमाल किसी को नुकशान के लिए कभी नहीं करना चाहिए लेकिन हमारी शक्तियों का इस्तमाल हमें दुसरो को मदद करने के लिए , दूसरा का भला करके के लिए करना चाहिए।
सिख – 8
इंसान का जीवन एक बून्द के सामान होता हे लेकिन इंसान का अभिमान समुद्र से भी बड़ा होता हे।
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” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “