इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है? ऐसी कौन सी चीज है जो इंसान को आगे बढ़ने से रोकती है जो इंसान को एक सफल इंसान बनने से रोकती है कौन है जो इंसान की सबसे बड़ी बाधा है तो इसका जवाब बस यही है की आपका सबसे बड़ा दुश्मन आप खुद ही है आपने ही खुद को आगे बढ़ने से रोक रहे है।
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है? insan ka sabase bada dushman kon hai
कोई भी इंसान आपको बड़ा होने के एक सफल इंसान बनने के लिए रोक नहीं सकता सिवाय आपके लेकिन हम खुद ही महेनत करना नहीं चाहते जिस प्रकार बादल कितने घने और बड़े क्यों न हो लेकिन बादलो की इतनी ताकत नहीं है की वो सूर्य की रौशनी को हमेंशा के लिए रोक सके उसी प्रकार कोई भी इंसान सिर्फ आपकी गति स्लो कर सकता है लेकिन आपको आगे बढ़ने से रोक नहीं सकता
दुनिया में कोई भी परिस्थिति की या कोई भी समस्या की हैसियत आपकी काबिलियत से ज्यादा नहीं है लेकिन आप ही आपके सबसे बड़े दुश्मन है जो अपने आप को रोक रहे है बातें तो आप बड़ी – बड़ी करते है लकिन एक्शन लेना नहीं चाहते महेनत करके के बजाय आप सोने में मौज मस्ती में ज्यादा वक्त निकाल रहे हे जिसकी वजह से आप कुछ नया सिख ही नहीं पाते जिसकी वजह से आप ज्ञान से वंचित रहते हे और यही आपका डर है और अज्ञात होना इंसान का सबसे बड़ा डर है।
दुनिया को जितने के लिए सबसे पहले हमें खुद को जितना होगा उसी प्रकार दुनिया को बदलने से पहले हमें खुद को बदलना होगा यानिकि शरुआत खुद से ही शरू करनी चाहिए अगर आपने खुद को जित लिए तो आपने दुनिया को भी जित लिया आपको बस एक इंसान को हराना है अगर आपने उस एक इंसान को हरा लिया तो आप सबको हरा सकते है और वो इंसान है आप खुद।
आपका दुश्मन और कोई नहीं है आप खुद ही अपने दुश्मन है और आपका सबसे बड़ा मित्र और कोई नहीं आप ही है अब ये आपको तय करना है की आपको अपना सबसे बड़ा दुश्मन बनाना है या सबसे बड़ा मित्र।
इसलिए आज ही अपने अंदर के दुश्मन को हरा लो अगले दिन नहीं, अगले सप्ताह नहीं, अगले महीने नहीं कल का इंतजार न करे कल कभी नहीं आता अगर आप इस दुश्मन को हरा लोंगे तो आप को बहार कोई भी ताकत आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती।
इंसान का दूसरा सबसे बड़ा दुश्मन
जिस प्रकार निम्बू का एक ही बून्द हजारो लीटर दूध को बर्बाद कर देता हे उसी प्रकार इंसान का अहंकार भी इंसान का धन , वैभव, ज्ञान और रिश्तो को भी बर्बाद कर देता हे इसलिए इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन इंसान का अहंकार हे जो इंसान का पतन कर सकता हे यानिकि जो इंसान अहंकार करता हे उस इंसान का पतन एक दिन निश्चित हे। तो आज इसी विषय पर बात करने वाले हे की इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन कौन हे ?
” अहंकार ही हमारी हार हे “
इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन कौन हे ?
तो इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन उनका अहंकार होता हे क्योकि अहंकार किसी भी इंसान को उंसकी ऊंचाई से किसी भी वक्त गिरा सकता हे यानिकि अहंकार आपको कहा से कहा पंहुचा दे उसका कोई भरोसा नहीं हे। जिस इंसान के अन्दर अहंकार होता हे उसे किसी दुश्मन की जरुरत नहीं होती क्योकि अहंकार ही उसका सबसे बड़ा दुश्मन हे।
इंसान का जीवन पानी की एक बून्द की तरह होता हे लेकिन फिर भी इंसान का अहंकार सागर से भी बड़ा होता हे जो इंसान को बर्बाद कर देता हे क्योकि अहंकार करने वाला इंसान फूल तो सकता हे लेकिन फल नहीं सकता अहंकार वाले इंसान को ना अपनी गलती दिखाई देती हे ना किसी इंसान के गुण। जब किसी इंसान का पेट और अहंकार बढ़ जाता हे तो वो इंसान चाहकर किसी इंसान को गले नहीं लगा सकता। अहंकार की वजह से देवता भी दानव बन जाते हे जिसकी वजह से अहंकार की गिनती उन हथियारों में की जाती हे जो किसी भी इंसान को निचे की और ले जाता हे।
आज के दौर में इंसान किसी रिश्तें को नहीं तोड़ता लेकिन इंसान के अंदर मौजूद अहंकार किसी भी रिश्ते को तोड़ सकता हे यानिकि इंसान खुद ही अपने अहंकार की वजह से रिश्ते को तोड़ देता हे और एक बात हमेंशा याद रखना की इंसान सब कुछ जित सकता अपने संस्कार से लेकिन सब कुछ हार भी सकता हे अपने ही अहंकार से। ज़िन्दगी कैसे जिनि चाहिए
रावण जिसके पास सब कुछ था धन , दौलत और ज्ञान लेकिन फिर भी वो अपने अहंकार से वजह से उसे हारना पड़ा था। कई लोग अपने अहंकार को छोड़कर माफ़ी मांगना पसदं करते हे तो इसका मतलब ये नहीं की ऐसे लोग गलत होते हे लेकिन उसका मतलब यही हे की ऐसे लोग अपने रिश्तों को अपने अहंकार से अधिक महत्व देते हे इसलिए हमेंशा ज़िन्दगी में हल्के रहना पसंद करे क्योकि जो हल्का होता हे अक्शर वही ऊपर उठते हे इसलिए आपको भी ज़िन्दगी में आगे जाना चाहते हे तो कभी भी अपनी ज़िन्दगी में अपने धन का , अपने ज्ञान का , अपने पद का अहंकार न करे।
” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “