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    सेवा पर बहेतरीन शायरी – Seva Shayari In Hindi

    admin1By admin1January 3, 2022Updated:October 15, 2022No Comments6 Mins Read
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     Seva Par Shayari , Samaj Seva Shayari, Niswarth Seva Shayari, 

    सेवा करने वाले इंसानो के हाथ मंत्र बोलने वाले इंसानों से अधिक पवित्र होते हे फिर चाहे वो सेवा किसी जरूरतमंद इंसान की हो , पक्षियों की हो या फिर किसी जानवर की हो। हर एक इंसान का फिर चाहे वो हिन्दू हो, मुस्लिम हो , ईसाई हो उसका पहला धर्म हे इंसानियत का इसलिए हर एक इंसान को जरुरतमंदो को सेवा करना चाहिए। उम्रभर कमाया पैसा ख़त्म हो सकता हे लेकिन किसी की सेवा करके कमाई दुआए कभी ख़त्म नहीं होती ज़िन्दगी में मेरी एक बात हमेंशा याद रखना की अगर तुम्हारा वक्त बुरा हे तो महेनत करना और तुम्हारा वक्त अच्छा हो तो दुसरो की सेवा करना। 

    —————

    सेवा पर शायरी 2022 

    ————

    सेवा पर शायरी 2022

     

    *************

     

    ना दिल से, ना दिमाग से 

    ना दौलत से, ना शोहरत से 

    सुकून मिलता हे तो बस 

    किसी की सेवा करने से। 

     

    *************

     

    मन के मैले की कौन सुने भला 

    वो भू सुनाता मन के जो हे साफ 

    और ये दुनिया दारी में कुछ नहीं रखा 

    बस सेवा करलो माँ बाप की 

     

    ************

     

    इज्जत भी मिलेगी और 

    दौलत भी मिलेगी अगर 

    सेवा करो अपने माँ बाप की

    तो जन्नत भी मिलेगी 

     

    **********

    seva par shayari

     

    **********

     

     

    प्यार करते हे तो दिल से करिये 

    सेवा करते हे तो निस्वार्थ करिये 

    जिन रिश्तों में रहता हे स्वार्थ का भाव 

    उन रिश्तों से हमेंशा दुरी बनाये रखिये।

     

    **********

     

    खौफ रखता हु बुरे कर्म करने का 

    अच्छे कर्म करने में कदम बेखौफ रखता हु 

    यक़ीन हे मुझे मेरे रब पर वो मुझसे खुश होगा 

    में बस निस्वार्थ सेवा करने का शौक रखता हु 

     

    **********

     

    महाकाल की सेवा मिले जिनको 

    वो हे सबसे बड़ा धनवान 

    महाकाल की लगन जिसको लगी 

    किस्मत वाला हे वो इंसान 

     

    *********

    समाज सेवा पर शायरी

    **********

     

    निस्वार्थ सेवा और समर्पण का भाव रखिये 

    इंसान से इंसानियत का लगाव रखिये 

    बदलाव देखना चाहते हो ज़माने में तो 

    पहले खुद में बदलाव लाते सीखिए।

     

    ********

     

    हमेंशा सेवा करना सीखिए 

    बिना फायदे के बगैर 

    मिलना जुलना सीखिए 

    बिना मतलब के बगैर 

     

    **********

    समाज सेवा शायरी

     

    ***********

     

     

    हर एक सामाजिक समस्या का समाधान बन जाऊ 

    जरूरमंद इंसान की जरूरतों का सामान बन जाऊ

    बन के नेता नेतागिरी करने का कोइ शौक मुझे नहीं हे 

    बस एक चाहत हे की समाज सेवा का दूसरा नाम बन जाऊ।

     

    ************

     

    आज ये दिल से ठान लिया हे हमने 

    ज़िन्दगी का मक़सद जान लिया हे हमने 

    इंसान की इंसानियत को पहचान लिया हमने 

     समाज सेवा ही धर्म हे मेरा ये जान लिया हे हमने 

     

    ***********

    मदद पर शायरी 

     

    समाज सेवा में जो रहते आगे 

    हर प्रकार की वो कर रहे समाज सेवा 

    बार – बार अभिनंदन हे उनको जो 

    मानव होकर कर रहे हे भगवान का काम

     

    **********

     

    समाज के बिच में होते हे वो ही 

    समाज की सेवा करते हे 

    जो पहुंच गया हे विधानसभा में 

    उनके दर्शन भी दुर्लभ रहते हे।

     

    ***********

    **********

     

    जिस दिन ये जहा छोड़कर चले जायेंगे 

    उस दिन समाज जलाकर अंतिम संस्कार करेगा 

    जो कर्ज हे वो तुम चूका दो यारों 

    जीते जी समाज सेवा में थोड़ा हाथ बंटा दो यारो 

     

    *********

     

    अगर कभी मौका मिले 

    किसी के सेवा करने का 

    तो उसका बनना सारथी 

    ना की स्वार्थी 

     

    ********

     

    ना किसी की दुआ से, ना किसी 

    मंदिर मस्जिद में माथा टिकाने से 

    वो खुदा बस खुश होता हे तो 

    बस समाज सेवा करने से 

     

    *********

    निस्वार्थ सेवा शायरी

     

    *********

    समाज सेवा में हमेंशा आगे हो 

    बड़ी ना सही तो छोटी ही सही 

    ख़ुशी मिले किसी को हमारी वजह से 

    फिर हो वो कोई भी कही भी

     

    ********

     

    उम्रभर कमाया पैसा एक दिन 

    ख़त्म हो जायेगा लेकिन 

    सेवा से कमाई दुआए वो 

    कभी ख़त्म नहीं हो सकती 

     

    *******

    निस्वार्थ सेवा शायरी 

    *********

     

    दिल से दुआ करता हु उनकी सलामती पर 

    जो निस्वार्थ से सब की सेवा करते हे 

     

    ********

    सेवा शायरी 2022

     

    *********

    तन से करो या फिर धन से करो

    किसी की सेवा करो तो 

    निस्वार्थ मन से करो  

     

    ***********

     

    प्यार, भरोसा रिश्तों में हमेंशा रखिये 

    अपने, पराये में सदा अंतर रखिये 

    मिलेगा सुकून आपको बहुत बस 

    निस्वार्थ सेवा ज़िन्दगी में मंत्र रखिये 

     

    *********

    seva shayari in hindi

     

    ********

    माँ बाप की सेवा शायरी 

    **********

     

    नहीं हे जरुरत उनको ये 

    पूजा – पाठ और उपवास की

    जो हमेंशा सेवा करते हे 

    अपने माँ बाप की 

     

    ********

    माँ बाप की सेवा शायरी

     

    ********

     

    कौन कहता की ज़िन्दगी में सुकून नहीं हे 

    मौसम में बहार और फिजाओ में हरियाली नहीं हे

    जो करते हे समाज की सेवा निस्वार्थ भाव से 

    उनकी किस्मत कभी बुरी नहीं हे 

     

    *********

     

    दुसरो की सेवा करते हुए 

    यदि ज़िन्दगी में सुकून हे 

    तो वही हमारी सेवा हे 

    बाकी तो सब दिखावा हे 

     

    ********

    seva shayari in hindi

     

    ********

     

    करो सेवा तो कोई दिखावा करो 

    निस्वार्थ सेवा का भाव मन में नहीं

    तो सेवादार होना का कोई दावा मत करो 

     

    ********

     

    अपनो को तो हर कोई लगता हे 

    किसी गैर को गले लगाकर तो देखो 

    हर पल सुकून ही सुकून मिलेगा 

    किसी जरूरतमंद की निस्वार्थ सेवा करके तो देखों

     

    **********

    ज़िन्दगी बदलने वाली शायरी 

    दिखावे और स्वार्थ के लिए करते हो 

    कभी मत कीजिये 

    अगर करनी हे सेवा तो निस्वार्थ मन 

    से कीजिये। 

     

    **********

     

    हर धर्म से बढ़कर हे वो धर्म 

    जिसका नाम हे इंसानियत का धर्म 

    हर किसी से कोई नहीं हे भेदभाव 

    जिसके लिए समाज सेवा ही हे अपना धर्म 

     

    *********

    सेवा के लिए शायरी 

    *********

    seva ke liye shayari

     

    *******

     

    कुछ बनने की कोई ख्वाइश नहीं हे मेरी 

    खुद को साबित करने की आजमाइश नहीं मेरी 

    बस समाज सेवा में सहयोग चाहिए आपका 

    इसके अलावा कोई फ़रमाई नहीं हे मेरी

     

    ***********

     

    चाहे कितनी भी होशियार हो जनता 

    उसका ही घाटा होता हे 

    जनता की सेवा के नाम पर 

    जनता का ही काटा जाता हे। 

     

    **********

     

    खुदा भी अपने रहमतों की 

    उस पर बरसाद करता होगा 

    जो जरूरतमंद इंसान की मदद 

    के लिए हमेंशा आगे रहता हे

     

    *********

     

    खुदा भी उनकी खुशियों को 

    बेगुना कर देता हे 

    जो जरूरतमदों की सेवा 

    निस्वार्थ भाव से करते हे 

     

    **********

     

    इंसान हो तो इंसानियत से काम लीजिये 

    किसी भी इंसान की कमजोरी का फायदा न लीजिये 

    सिर्फ दिखावे और स्वार्थ के लिए मत कीजिये 

    कर सकते हो निस्वार्थ भाव से तो सेवा दान कीजिये 

     

    ********

     

    किसी की ज़िन्दगी में 

    खुशिया लाकर तो देखिये 

    सैकड़ो दुआए आएगी आपकी 

    समाज सेवा को लाइक करने के लिए

     

    ********

     

    अपनी ज़िन्दगी गुजर जाये मगर 

    इतनी ख़ुशी और कही नहीं मिलती 

    जीतनी ख़ुशी किसी जरूरतमंद की 

    सेवा करने से मिलती हे। 

     

    ********

     

    सेवा के लिए धन हो ये जरुरी नहीं 

    उसके लिए तन और मन की जरुरत होती हे। 

     

    *******

    ” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “

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