आज के इस आधुनिक युग में हमें कई प्रकार की आरामदायक सुविधाएं मिल रही हे जैसे की पहले एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए हमें एक या दो दिन लगते थे आज हम एक या दो घंटे में पहुंच जाते हे यानिकि आज कल हर एक काम हम फ़ास्ट करते हे यानिकि हम कम समय में काम को पूरा कर लेते हे लेकिन इसके सामने हम पर्यारवण के साथ चेड़ा कर रहे हे उसे नुकशान पंहुचा रहे हे जो हमारे लिए और हमारी पेढ़ी के लिए एक ख़तरा हे।
एक नागरिक तरीके हमारा ये फर्क हे की हमें पर्यावरण प्रदुषण को कम करने के लिए उचित पगले लेने की आवश्यकता हे तो आज हम इसी विषय के बारे में बात करने वाले हे की हम प्रदुषण को कैसे कम कर सकते हे?
प्रदुषण – Pradushan Ko Kaise Kam Kare
किसी एक इंसान से प्रदुषण कम नहीं हो सकता इसके लिए हम सबको साथ मिलकर काम करना होगा तभी हम प्रदुषण को कम कर सकते हे तो इसके लिए हम ऐसा क्या कर सकते हे जिसे की पर्यावरण प्रदुषण कम हो ?
ज़्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए
प्रदुषण को रोकने के लिए सबसे अच्छा उपाय हे ज्यादा से ज्यादा हम पेड़ लगाए क्योकि पेड़ कार्बन डायोक्साइड को कम करते हे और हमें ऑक्सीजन देते हे इतना ही नहीं बारिश लाने में भी मदद करते हे पेड़ के होने से पर्यावरण में संतुलन बना सकता हे वातारवण में ठंडक रहती हे पेड़ प्रकृति की शोभा बढ़ाते हे इसलिए जितने ज्यादा पेड़ होंगे उतना ही प्रर्यावरण प्रदुषण कम होगा लेकिन इसके लिए हमें पेड़ो को लगाने की आवश्यकता हे लोगो को जागृत करे। बंजर वाली जगहों पर , सड़क की किनारे पर और खुल्ले क्षेत्रों में पेड़ लगाए और लोगो को प्रोत्साहित करे ताकि वो पेड़ लगाए।
जनसंख्या वृद्धि को रोकने का प्रयास करे
जीतनी कम जनसँख्या होगी प्रदुषण भी कम होगा क्योकि ज्यादा जनसँख्या की वजह से उनकी जरूरते भी अधिक हो जाती हे जैसे की रहने के स्थान की वजह से ( पेड़ो की कटाई ), साधनो का ज्यादा इस्तमाल से ( वायु प्रदुषण ) होता हे इसलिए जनसँख्या वृद्धि पर रोक लगाने चाहिए हम दो हमारे दो पोस्टरों का इस्तमाल करना चाहिए लोगो को जनसँख्या रोकने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए उनको जागृत करना चाहिए।
सार्वजनिक साधनो का उपयोग करे
जीतना हो सके उतना सार्वजनिक साधनो का इस्तमाल करे यानिकि कई लोग अपने बच्चो को अपनी गाड़ी से स्कूल या कॉलेज में छोड़ने जाते हे एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए अपने साधनो का इस्तमाल करते हे ऐसा न करके स्कूल बस , रेलगाड़ी का इस्तमाल ज्यादा करे जिसे वायु प्रदुषण कम होगा क्योकि आप जितने साधनो का इस्तमाल ज्यादा करेंगे प्रदुषण उतना ही ज्यादा होगा और आप जितने कम साधनो का इस्तमाल करेंगे उतना कम प्रदुषण होगा इसलिए हर किसी को सार्वजनिक साधनो का इस्तमाल करने के लिए प्रोत्साहित करे और खुद ही सार्वजनिक साधनो का इस्तमाल करे।
प्लास्टिक का कम इस्तमाल
प्लास्टिक की वस्तु पर नियंत्रण लगाना चाहिए क्योकि प्लास्टिक की वजह से भूमि प्रदुषण और वायु प्रदुषण होता हे इसलिए कोई भी माल -सामान खरीदने जाये , सब्जिया खरीदने जाये तब प्लास्टिक की थैली के बजाय पेपर बेग का इस्तमाल करे और प्लास्टिक को इधर उधर फेकना नहीं चाहिए बल्कि उसका नाश करना चाहिए।
कारखाने फैक्टरी की चिमनिया ऊँची लगाए।
कोई भी कारखाना हो या फैक्टरी उनकी चिमनिया हमेशा ऊँची रखे क्योकि उसमे से निकलने वाला धुँआ पुरे शरह में फेल जाता हे जिसे प्रदुषण होता हे इसलिए चिमनिया ऊँची से वो धुँआ ऊपर की और ही जाता हे।
कचरे का नाश करे या सही जगह पर डाले।
कई कारखाने में बिन जरुरी कचरे को नदी में डाला जाता हे या किसी भी स्थान पर फेका जाता हे जिसे जल प्रदुषण और भूमि प्रदुषण होता हे इसलिए ऐसे बिन जरुरी कचरे को नदी में नहीं फेकना चाहिए वो ऐसे जगह फेकना चाहिए जहा किसी को कोई हानि न पहुंचे।
प्रदुषण को हम कैसे रोक सकते हे ?
👉 खाने के लिए या पिने के लिए हम जिस प्लास्टिक की थेलियो का , प्लास्टिक की बोतल का इस्तमाल करते हे उसे इधर उधर फेकने के बजाय कचरा पेटी में डालना चाहिए।
👉 खुल्ले स्थानों पर मल मूत्र नहीं करना चाहिए। पर्यावरण डे पर स्लोगन
👉 बारातो में , प्रसंग में या किसी भी त्यौहार में जितना हो सके उतना कम पटाके का इस्तमाल करना चाहिए।
👉 धूम्रपान नहीं करना चाहिए।
👉 तालाब या सरोवर में कपडो की धुलाई और जानवर साफ सफाई नहीं करनी चाहिए।
👉 अपने साधनो का इस्तमाल न करक सार्वजनिक साधनो का इस्तमाल करना चाहिए।
👉 पेड़ लगाने चाहिए। और पेड़ काटने नहीं चाहिए।