गीष्म ऋतु को आने में कुछ ही दिन बाकी हे उसके बाद सूर्य निकलते ही गर्मी अपना रूप दिखाना शरू कर देंगी और दोपहर के दौरान तो इतनी प्रचंड गर्मी होती हे की घर की बहार निकलना भी हर किसी के लिए मुश्किल हो जाता हे लेकिन बच्चो की सबसे पसंद ऋतु हे क्योकि इस दौरान ही उनको छुट्टिया मिलती हे , उनको घूमने की , आइसक्रीम खाने की तरह – तरह ठन्डे प्रदार्थ खाने में उनको बहुत आनंद आता हे और इस ऋतु को फलो की ऋतु भी कहा जाता हे लेकिन ऐसे में हमें खुद को गर्मी से बचाना चाहिए नहिंतर हमें कई प्रकार की बीमारी भी हो सकती हे तो आज हम इसी विषय पर बात करने वाले हे की गर्मी से खुद को कैसे बचाये ?
गर्मी से खुद को कैसे बचाये ?
✔ गर्मी के दिनों में हर किसी को हल्के और आरामदायक कपडे पहना चाइये ताकि गर्मी कम लगे और पसीना सूखने में ऐसे कपडे सहायक साबित हो। गीष्म ऋतु पर निबंध
✔ गर्मी से बचने के लिए निम्बू पानी पीना चाहिए।
✔ गर्मियों के दिनों में आप तरबूज , खरबूज , चीकू , संतरा ,आम जितने फलो हे उनका भरभूर आनंद ले।
✔ गर्मियों के दिनों में आप जब भी घर से बहार निलते तब बहार के खाने जितना हो सके उतना कम खाए क्योकि खुल्ले में बनाये जाने वाले खोराक से बीमार होने की संभावना ज्यादा होती हे।
✔ गन्ने का रस , फलो का रस पिए ताकि हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहे।
✔ जितना हो सकते उतना आप शराब और कैफीन पिने से बचे क्योकि ऐसे प्रदार्थ से हमारे शरीर में पानी की कमी हो सकती हे।
✔ ठन्डे प्रदार्थो का सेवन करे लेकिन अधिक मात्रा में नहीं।
✔ हानिकारक पेय प्रदार्थो से दूर ही रहे।
✔ अपने दिन के सबसे ज्यादा जरुरी काम को आपको सुबह कर लेना चाहिए ताकि दोपहर के वक्त आप ज्यादा गर्मी से बच सके।
✔ गर्मियों के दिनों में बहुत जरुरी हो तभी हमें बहार निकलना चाहिए और घर से बहार निकलते वक्त सनस्क्रीन का इस्तमाल जरूर करे।
✔ गर्मी से खुद बचाने के लिए अपनी आँखों पर सनग्लासेस पहरे।
✔ गर्मियों के दिनों में जितना हो सके उतना पानी पिए क्योकि गर्मियों के दिनों के पानी आपको ठंडक देता हे।
✔ गर्मी से बचने के लिए आप अपने माथे पर टोपी पहने ताकि हमारा सिर गर्म न हो।
✔ जब भी बहार निकले तक अपने साथ छतरी रखे ताकि गर्मी से रक्षण मिल सके।
✔ ऐसे नहीं की गर्मी हमें ही लगती हे पशु – पक्षी भी गर्मी से परेशान होते हे इसलिए एक इंसान होने के नाते ये हमारा इंसानियत का धर्म हे की हम अपनी छत पर या किसी भी स्थान पर पशु – पक्षी को पानी आसानी से मिल सके ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए।
” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “