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Positive Soch Status In Hindi 2022
कैसी सोच में पड़ी है जिंदगी
होश है फिर भी बेहोश पड़ी है।
अरे लोगों की सोच से चलोगे
तो अपने आप को छलोगे
और अपनी सोच से चलोगे तो
फूलो के समान खिलोगे।
साहब इस दुनिया में बड़ा
कौन नहीं बनना चाहता है
मगर सच कहूं तो
बड़ा वहीं बनना है जिनकी
सोच बड़ी होती है।
बड़ा बनो पर उसके सामने नहीं
जिसने तुम्हे बड़ा किया है।
दुनिया की सोच में कोई नया
काम है मुश्किल
पर दुनिया को क्या पता हम हर
चीज़ के है काबिल।
अच्छी सोच ही तुम्हे बड़ा बनाती है
खड़ा कर तुम्हे अपने पैरों पर
अपने सपनो के मुक़ाम तक पहुंचती है।
हमारे बारे में अपनी सोच को
थोड़ा बदल के देख
मुझसे भी बुरे है लोग तू घर से
निकल के देख।
अरे आज कल की सोच ना
जाने किस किस्म की है
ये जो इश्कबाज़ है ना बस
जिस्म की है।
अच्छी सोच स्टेटस इन हिंदी
मौन रहना एक साघना है
मगर सोच समझ कर बोलना
एक कला है।
मत सोचो इतना जिंदगी के बारे में
जिसने जिंदगी दी है उसने भी
कुछ सोचा होगा।
तुम्हारी सोच में हम बुरे है
तो सोचो तुम्हारी सोच कितनी
बुरी होगी।
ये दरिया ए इश्क है
कदम जरा सोच के रखना
इस में उतर कर किसी को
किनारा नहीं मिला।
जीवन में समस्या तो हर
दिन खड़ी है
जित जाते है वो लोग जिनकी
सोच बड़ी है।
जब कभी जमने लगती है
हमारी सोच की झीलें
तो हम ठहरे हुए पानी में
पत्थर छोड़ देते है।
मैं जैसा सोच रहा हूं बिलकुल
वैसा हो रहा है
या मैं सोच रहा हूं इसलिए
हो रहा है।
लोग छोटी सी सोच की वज़ह
से बड़े नहीं हो पाए
और हम आज भी बड़ी सोच की
वज़ह से छोटे है।
पैरों में मोच और छोटी सोच
इंसान को
जिंदगी में कभी आगे नहीं
बढ़ने देती।
क्या सोचा था की मैं अंघेरे में
बिखर जाऊँगा
मगर मैं तो जुगनु हूं अंघेरे चीर
जाऊँगा।
लोगों की सोच से जो डरते हो तुम
इसलिए खुद की सोच में खुद
गिरते हो तुम।
अच्छी सोच पर शायरी
सोच को सच में बदलते देर नहीं
लगती इसलिए सकारात्मक सोचने में
एक क्षण भी अब देर ना करें।
बड़ी फुर्सत से आज
फुर्सत के बारे में सोचा
तो पता चला की आजकल
फुर्सत ना जाने कहां खो गई है।
सबकी सबसे बनती नहीं
क्योंकि सबकी सोच मिलती नहीं।
फैंसले अपने लिए अपनी
सोच से करना
जमाने का क्या आज तुम्हारे
साथ खड़ा है
कल मेरे साथ बैठा होगा।
माना की पहुंच हमारी अब
मंगल तक है
सोच हमारी आज भी उसी
जंगल तक है।
सोचता हूं की छोड़ दूं
सोचना की क्या सोचेंगे लोग।
सबने कहा बेहतर सोचो
तो बेहतर होगा
मैंने सोचा उसको सोचूं उससे
बेहतर क्या होगा।
दिन पर दिन गिरते जा रहे
शब्दों दाम
सोच रहा हूं शुरू करूं कोई
दूसरा काम।
किस सोच मैं पड़े हो
जिंदगी मौके कम दुःख ज़्यादा
देती है।
सोच अच्छी होनी चाहिये
क्योंकि नज़र का लाज़ तो मुमकिन
पर नज़रिये का नहीं।
गंदी सोच वालों से बचकर रहा करो
क्योंकि उन्हें किसी की फ़िक्र
नहीं रहती।