आत्मविश्वास पर आधारित कहानी
हैलो दोस्तों ये कहानी है एक पती पत्नी की जो एक दूसरे से बहोत प्यार करते थे उनके प्यार की शुरुआत एक जॉब से होती है। वो दोनों एक हॉस्पिटल में जॉब करते थे। वहीं पर दोनों को प्यार हो गया था। उनके बाद दोनों ने शादी करली और बाद में पता चला की वो लड़की को स्कीन कैंसर है। तो वो लड़के ने उसका रिपॉट निकलवाया और जब रिपॉट आने वाला था तब वो बहोत ही उदास हो जाता है। वो डॉक्टर को कॉल करता है और उसका एक्सिडन्ट हो जाता है। तो चलो ये पूरी कहानी को हम पढ़ लेते हे। Motivational Short Story In Hindi
एक दिन की बात है दो लड़कियां साथ में पढ़ाई कर रही थी तब एक लड़की ने पूछा की कोई ऐसी बात है जो l love story पर आघारित हो तब दूसरी लड़की ने जवाब दिया हा मुझे पता है। एक दिन पराग नाम का लड़का हॉस्पिटल में जॉब करता था और वहीं पड़ोश में नंदनी नाम की लड़की भी जॉब करने के लिए जाती थी। वो लड़की घर में अकेली रहती थी। एक दिन पराग रोड पर से जा रहा था। वहीं पर उसे नंदनी दिख जाती है। तो वो हिम्मत कर के उसे पूछ लेता है की आपको जॉब के लिए लेट हो रहा है। तो में लिफ़्ट दे सकता हूं। तब वो नंदनी मना कर देती है और कहती है की में बस में चली जाउंगी तब पराग नंदनी से कहता है। की बस का भाड़ा मुझे दे देना तब नंदनी गाड़ी में बैठ जाती है। inspirational story in hindi language
जैसे जैसे दिन गुजर ते गए वैसे वैसे नंदनी और पराग एक दूसरे के क़रीब आ गए और एक दूसरे को पसंद करने लगे एक दिन पराग और नंदनी पराग के घर पराग की माँ को मिलने के लिए गए और पराग की माँ की को नंदनी बहोत ही पसंद आ गई तभी पराग और नंदनी ने भी शादी के लिए हा कह दी उन दोनों की शादी हो गई और वो तीनो एक दूसरे से बहोत प्यार करते थे। एक दिन नंदनी के शरीर पर पराग ने कुछ ऐसा देखा की वो परेशान हो गया और उसने नंदनी की स्कीन रिपॉट निकालवाई और जिस दिन वो रिपॉट आने वाली थी। तब वो बहोत परेशान था। वो गाड़ी लेकर रिपॉट लेने के लिए जा रहा था तभी एक तरफ़ नंदनी भी प्रेग्नेंट थी और वो भी बहोत परेशान था। उसी वक्त डॉक्टर का कॉल आता है। और डॉक्टर पराग को ये बोलता है। की नंदनी को स्कीन कैंसर है। और वहीं पर पराग का एक्सीडन्ट हो जाता है। और उसमे पराग की आँखों चली जाती है Real Life Motivational Story In Hindi
नंदनी पराग से दुरिया बढ़ाने लगती है। और वो एक रात में एक सुंदर लड़की को जनम देती है। पर दुःख की बात ये होती है की नंदनी नई बचती है। तभी पराग बोलता है की वो नाटक कर रहा था की उनकी आँखों चली गई है। लेकिन वो नंदनी को बताना नई चाहता था। इस लिए नाटक कर रहा था। पराग की माँ उसे दूसरी शादी के लिए मनाती है। पर पराग मना कर देता है।
दोस्तों हमे इस कहानी में से ये सलाह मिलती है। की कोई भी बीमारी हो लेकिन हमारा आत्मविश्वास और हमारा सच्चा प्यार साथ हो तो हम कुछ भी कर सकते है। और हम सबसे लड़ सकते है। इस लिए हमे सच्चा प्यार को आत्मविश्वास से निभाना चाहिए। तो हम किसी भी गंभीर से गंभीर बीमारी को मिटा सकते है।