जुदाई का दर्द बहुत ही दर्ददायक होता है फिर वो जुदाई किसी मित्र की हो, किसी अपने की हो या फिर मौत की हो तो दोस्तों आज हम आपके लिए जुदाई पर शायरी ( Judai Shayari In Hindi ) लेकर आये है तो मुझे उम्मीद है की आपको ये शायरिया जरूर पसंद होगी।
जुदाई पर शायरी
किस्मत पर एतबार किसको हे
मिल जाये ख़ुशी इंकार किसको हे
कुछ मजबूरिया होती हे जिंदगी में
वरना जुदाई से प्यार किसको हे
काश ये जालिम जुदाई न होती
ए खुदा तूने ये चीज बताई न होती
न हम उनसे मिलते न हमसे प्यार होता
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो इस कदर पराई न होती
जो दिल में दर्द न होता तो
ख़ुशी की क़ीमत पता न होती
जो बेवफाई न की होती वक्त से हमने
तो यु जुदाई में जीने की आफत न होती
जुदाई सहने की आदत नहीं हे हमारी
तुम्हारे बिना रहने की चाहत नहीं हे हमारी
चाहत हे तो सिर्फ तेरे संग जीने की हे
बिन तेरे जीने की हमारी कोई ख्वाइश नहीं हे
सबको इश्क में तन्हाई क्यों मिलती हे
यादो में भी गम की परछाई मिलती हे
जीतना भी करीब रहने की कोशिश करो
उतनी ही ज्यादा ये जुदाई क्यों मिलती हे
तुम्हारी यादें भी हमें बेक़रार करती हे
तुम्हारी जुदाई भी हमसे प्यार करती हे
वो दिन जो तुम्हारे साथ गुजारे थे हमने
नजरे तलाश उनको बार-बार करती हे
Pyar Me Judai Shayari
और कोई ग़म नहीं हे मुझे
तुम्हारी जुदाई के सिवा
मेरे हिस्से में क्या आया तन्हाई के सिवा
यु तो कई मुलाकात हुई हे हमारी लेकिन
प्यार में सब कुछ मिला शहनाई के सिवा
उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते हे
इस तरह जुदाई का गम उठा लेते हे
किसी तरह जिक्र हो जाये उनका तो
हम हसकर भीगी पलकें झुका लेते हे
मेरे दिल को अब ये एहसास नहीं हे
की अब मेरा प्यार मेरे पास नहीं हे
उनकी जुदाई ने इतने जख्म दिए हमें की
जिन्दा भी न रहे और लाश भी नहीं हे
कौन कहता हे की अब हमारी जुदाई होगी
ये अफवाह जरूर किसी दुश्मन ने फैलाई होगी
हम हमेंशा दिल में थे और दिल में ही रहेंगे
इतने दिनों में कुछ तो जगह बनाई होगी हमने
तेरी मोहब्बत के सिवा
और क्या चाहिए मुझे
तू बांध ले बंधन में मुझे
तुझसे जुदाई किसे चाहिए
ना कभी मेरा दिल ख़राब था
ना आप में कोई बुराई थी
ये सब तो नसीब का खेल हे
बस हमारी किस्मत में जुदाई थी
न पूछो हालत मेरी रुसवाई के बाद
मंजिल खो गई हे मेरी जुदाई के बाद
हर दिन हर पल मरता हु यादो के संग
गुमनाम हो गया हु गम-ए-तन्हाई के बाद
Dard E Judai Shayari In Hindi
ज़िन्दगी के इस लम्बे सफर में
दो घूंट पीकर जी रहा हु
एक तेरे इश्क का पि चूका हु और
दूसरा तेरी जुदाई का पि रहे हे
न जाने ये मोहब्बत हमें
कितने तोहफे देती हे यारो
दर्द अलग – रुसवाई अगल
जुदाई अलग – तन्हाई अलग
अलविदा कहते हुए जब हमने
उससे कोई निशानी मांगी
वो मुस्कुराते हुए बोले की
जुदाई काफी नहीं हे क्या ?
Judai Shayari Status Video
ना हम आपको खोना चाहते हे
ना हम जुदाई में रोना चाहते हे
जब तब ज़िन्दगी में जिन्दा हे हम
तब तक बस तुम्हारे साथ रहना चाहते हे
हर एक मुलाकात पर वक्त का तकाजा हुआ
हर एक याद पर दिल का दर्द ताज़ा हुआ
सुनी थी हमने सिर्फ शायरी में जुदाई की बातें
अब खुद पे बीती तो हकीकत का अंदाजा हुआ
Dosti Judai Shayari
न जाने दिल में कैसे तेरे लिए
इतनी बड़ी जगह बन गई
तेरी जुदाई के बाद भी मेरे
जीने की तू वजह बन गई
मज़बूरी में जब कोई जुदा होता हे
जरुरी नहीं की वो बेवफा होता हे
जुदाई के आंसू देखर आपको
अकेले में आपसे भी ज्यादा वो रोता हे
जो वक्त तुम्हारे बिना एक पल
भी कटता नहीं था मेरा तो सोच
ये जुदाई का पहाड़ तुम्हारे बिना
कैसे कटता होगा।
खुदा करे किसी को किसी पर फ़िदा न करे
करे तो ज़िन्दगी भर जुदा न करे
ये माना की कोई नहीं मरता जुदाई में
लेकिन जी भी नहीं पता तन्हाई में।
Bewafa Judai Shayari
वो हमें छोड़ गए गम-ए-जुदाई में
न जाने उनकी क्या मज़बूरी थी
रब ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं
ये कहानी तो मैने लिखी ही अधूरी थी
तुझे चाहा तो बहुत पर इजहार न कर सके
कट गई उम्र पर किसी से प्यार न कर सके
तूने माँगा भी तो दुआ में अपनी जुदाई मांगी
और हम थे की तुम्हे इंकार न कर सके
कहना उनको की जुदाई प्यारी हे
तो वो रूठ जाये हमसे
अगर वो जो जी सकती हे तो
भला हम क्यों मर जायेंगे
लौट आओ अब तुम ए समन
ये जुदाई अब हमसे सही नहीं जाती
बहुत कर ली शायरी अब हर बात तो
शायरी के जरिये कही नहीं जाती
प्यार न करना कभी किसी से
इसका दर्द तुमसे सहन नहीं होगा
जब जुदाई मिलेंगी प्यार में तो
फिर जीने का मन नहीं होगा
मुस्कुराने की आदत थी हमारी
वो आदत ही हमें महँगी पड़ी
बहुत टूट कर चाहा था जिनको हमने
आखिर में उनकी ही बेवफाई ही मार गई
Love Judai Shayari
हर एक दर्द से बड़ा
होता हे ये जुदाई का दर्द
क्योकि इसमें एक लम्हा
जीने के लिए इंसान को
सौ बार मरना पड़ता हे
कोई रूठे तो उसे जल्दी ही
मना लिया करो यारो
गुरुर की इस जंग में अक्शर
जुदाई ही जित जाती हे
जो दिल में आया वो लिख लिया
कभी जुदाई तो कभी मिलन लिख लिया
दर्द ए मोहब्बत के सिवा शायरी हे तो भी क्या
जान तेरे नाम पे ग़ज़ल ए ज़िन्दगी लिख दिया
कलम चलती हे तब अपनी दिल की आवाज़ लिखता हु
गम और जुदाई के अंदाज ए बया लिखता हु
रुकते नहीं हे मेरी आँखों के आंसू उसकी याद में
मेरी हर एक मुलाकात के अब किस्से लिखता हु
तुम ले चलो मुझे उस जहा में
जहा मिलने के बाद
बिछड़ने का कोई रिवाज ही न हो
तुम अगर दूर हो तो ज़िन्दगी खामोश हो जाती हे
सांसे चलती हे लेकिन धड़कन रुक सी जाती हे
हर दिन हर पल तुम्हारी यादे हमें सताती हे
उनकी जुदाई लफ्जो में कहा बया हो जाती हे
Judai Sad Shayari
तुम्हे ही सहना पड़ेगा
गम ए जुदाई का
हमारा क्या हे
हम तो मर जायेंगे
तुझसे मोहब्बत की हे तो तुझसे
मोहब्बत आखरी साँस तक रहेगी
ये जुदाई इतनी मजबूत नहीं की
इसके सामने मेरी मोहब्बत हार जाये
कोई मर तो नहीं जाता
इश्क-ए -जुदाई में
लेकिन जी तो नहीं पाता हे
ज़िन्दगी की तन्हाई में
कुछ पल अपनी खुद की सांसे
रोक कर तो देखो तुम
बस इतनी सी तकलीफ देती हे
तुम्हारी ये जुदाई हमें
दिल से निकली ही नहीं
वो रात जुदाई वाली
और तुम तो कहती थी
बुरा वक्त गुजर जाता हे
मोहब्बत का ये सफर अब
ख़त्म होने ही वाला हे ए समन
उनके प्यार के अंदाज से अब
जुदाई की महक आने लगी हे
जुदाई अपना काम कर गई
तुझे पाने की चाहत मर गई
” पढ़ने के लिए आपका बहुत धन्यवाद “
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