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सावन की बरसात शायरी
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(1) सावन 💦 का मौसम के साथ तुम्हारी याद 😒 आती है।
बारिश 🌈 के हर कतरे से तुम्हारी आवाज़ आती है।
जब बादल गरजते है, तो दिल की धड़कन बढ़ जाती है।
और दिल की हर एक धड़कन से तुम्हारी 💁 आवाज़ आती है।
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सावन की बारिश पर शायरी
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(2) सावन 💦 हर साल आता है।
कभी कम कभी ज्यादा भीगाता है।
आओ मिलकर 👭 झूमे इस बारिश 🌧 में।
फिर ये लम्हा कहा लौटकर आता है।
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सावन का मौसम पर शायरी
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(3) मौसम ⛈ ये सावन का कुछ
याद 😗 दिलाता है।
किसी के साथ 💏 होने का एहसास
दिलाता है।
फिजा भी सर्द है यादें भी ताजा है
ये मौसम आज
किसी का प्यार 💖 दिल में जगाता है।
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(4) ये सावन की बारिश जरा
थम के 💦 बरस।
जब मेरा सनम 💃cआ जाये तो
जम के बरस।
पहले ना बरस की वो आ न सके।
जब वो आ जाए तो इतना बरस 💦की
वो जा न सके।
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सावन पर शायरी
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(5) सावन 🌈 आता है और तुम्हारी याद
दिलाता है।
तुमसे दूर होने का एहसास 😌 दिलाता है।
आंखे 👀 है नम और जख्म भी ताजा है।
तुमसे ये मौसम 🌅 फिर प्यार
करवाता है।
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सावन की प्यार भरी शायरी
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(6) अजीब दास्ता है सावन के
बरसात 💦 में।
कोई ना चाहते हुए भी शिद्दत 💥से
याद 💘आता है।
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(7) खुल के बरसता 💦 ही नहीं ये
कैसा सावन 🌈 है।
तेरी जुल्फों की घटा ही
सही 👀 देखने में।
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सावन की पहेली बारिश शायरी
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(8) तुम्हे भूलना तो चाहा मगर
क्या करे❓।
तुम फिरसे याद आने लगती हो
सावन 💦आते ही।
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सावन की शायरी
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(9) खुद तो आया है सावन,
त्योंहार साथ में 👯लाया है,
स्वान की नजाकत देख कर ये,
मन 😇 खुशियों से भर आया है।
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सावन की बारिश पर शायरी
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(10) आँख 👀 मेरी भर आई है
ये कैसी जुदाई 😗 है।
सावन 💫 की हर एक बरसती बूँद💦
में सिर्फ तेरी ही परछाई 👤 है।
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(11) अब के सावन में शरारत ये
मेरे साथ 👧 हुई,
मेरा घर 🏡 छोड़ के कुल शहर में
बरसात 💦 हुई।
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(12) मुझे भी रुला 😓 के जाता है
खुद भी रोता 😪 है।
ये सावन 💫 का मौसम
मेरे साथ हर पल 💑 होता हे।
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(13) तुमने बहुत बरसाते 💦देखी है,
मुझे मालूम है,
मगर मेरी इन्हीं आँखों 👀 से सावन
भी हार 😔 जाता है।
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(14) लाख बरसे झूम के ये सावन
मगर वो बात कहाँ,
जो ठंडक पड़ती है मेरे दिल में
तेरे मुस्कुराने से।
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(15) तुम्हारी यादो 😌 में कितने
सावन 🌧 गुजरे,
कोई सावन ऐसा दो जो बीते
तुम्हारी बाहों 🤗 में।
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(16) ये सावन ☑ बड़ा सताता है जब
तुम रूठ 😕 जाती हो तो,
यह बारिश 💦में बहाने मुझे भी
बड़ा रुलाता है।😰
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(17) मुझे पतझड़ दिया था ⊗ वक्त
ने सौगात में,
मैने सावन 💦 चुरा लिया वक्त
की जेब से।
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(18) इस सावन 🌧 में हम भीग जायेंगे,
दिल में तमन्ना के फूल 🥀 खिल जायेंगे,
अगर दिल करे मिलने को तो याद करना,
हम बरसात 💦 बनकर बरस जायेंगे।
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(19) कई संमदर 💺 रोक कर बैठे है
आँखों 👀 में,
दगाबाज निकला सावन तो हम
खुद ही बरस 💦 लेंगे।
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(20) इसे सावन की बरसात 💦की तरह
झरने दो,
ये तुम्हारा 👮 नाम मेरे सीने में,
मेरी साँसो में रहने दो।
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(21) हम भले ही सावन में भीगे ना हो,
मगर मैंने दिल 💗 को आंसुओ में
डुबोया है।
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(22) अबकी सावन 💦 में आसमान भी
बरसा नहीं,
मेरी आँखे 👀 बरसती रही दिल 💔के
आँगन में।
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(23) दिल 💓 जलने लगता है जिस मौसम 💢 में,
वो सावन 🌈 का महीना आ गया।
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(24) सावन 💦 का मजा लेना है,
तो घर 🏠 से बहार आना होगा,
कपड़ो 👚की फ़िक्र किये बिना,
फिर मस्ती से भीग जाना होगा।
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(25) इश्क 💕 में जो गुजरे सावन सुहाने
याद 😗 आते है।
मुझको तेरी जुल्फों के शामियाने
याद आते है।
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(26) कैसे चुराते है सावन में खुशिया,
बताओगे क्या❓
मै भीग रही हूँ बारिश 💦 में तुम भी
आओगे क्या।
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(27) मेरा दिल घायल है ये तड़पता
बड़ा है,
इन आँखों का सावन बरसता
बड़ा है।
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(28) मेरी आँखे सावन की तरह
बरसती है,
एक बार उसे जी भरकर देखने
को तरसती है।
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(29) आज मुझसे ये बरसात कुछ
कह गयी,
मेरी बाहों में आज फिर तेरी कमी
रह गयी।
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(30) मै जितना हंसा उससे ज्यादा
रोया हु,
इंतजार ने आँखों को सावन
बना दिया।
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