हमारे जीवन में एकता का महत्व ( Akata Ka Mahtv )

एकता से हम वो प्राप्त कर करते हे जो हम अकेले नहीं पा सकते यानिकि अगर आपको है हमेंशा आगे बढ़ना हे तो एकता जरुरी हे जगलो में एकता होती हे जिसे बड़े से बड़े तूफान भी रुक जाते हे वैसे ही हमारे में एकता होगी तो हम बड़ी सी बड़ी मुश्किल को भी आसानी से हल कर सकते हे यानिकि हमारे जीवन में एकता का बड़ा ही महत्व हे तो आज हम इसी विषय पर बात करने वाले हे की हमारे जीवन में एकता का क्या महत्व हे तो दोस्तों मुझे उम्मीद हे की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद होगी।

एकता का महत्व

 

प्रस्तावना 

एकता एक बल हे जब एक झाड़ू बंधन में होता हे तब वो सभी कचरे को साफ करता हे लेकिन जब वही झाड़ू का बंधन खुल जाता हे तब झाड़ू खुद एक कचरा बन जाता हे वैसे पहाड़ कुछ नहीं हे बस पथ्थरो की एकता हे यानिकि पथ्थरो की एकता ही वजह से पहाड़ होता हे वैसे जंगल कुछ नहीं हे बस पेड़ो की एकता हे एकता की वजह से ही बड़ी चीज का निर्माण होता हे जबकि कोई एकता को त्याग कर अकेले रहना शरू करता हे तब वो खुद दुसरो के लिए और खुद के लिए परेशानी बन जाता हे इसलिए ज़िन्दगी में हमेशा एकता से काम करे। 

हमारे जीवन में एकता का महत्व 

1 . रिश्तो में एकता का महत्व

आप एक लाठी लीजिये तो उसे कुत्ते को मारिये क्या होगा? कुत्ता आपसे डरकर भाग जायेगा अब अगली बार वही लाठी लीजिये और किसी मधुमक्खी के छत्ते पर मारिये फिर देखना आपका क्या होगा? शायद आप समझ ही गए होंगे की आपका क्या होगा। लाठी वही हे आप भी वही हे बस फर्क सिर्फ इतना हे की अकेला कुत्ता था जबकि मधुमक्खी में एकता थी यानिकि एकता ही हमारी शक्ति हे वैसे ही जब तक रिश्तो में एकता हे तब तक कोई भी रिश्ते को तोड़ नहीं सकता लेकिन जब रिश्तों में एकता ख़त्म हो जाता हे तब हर कोई रिश्ते को तोड़ने की कोशिश करता हे आप अकेले हे तो लोग सामने वाले इंसान के बारे में आपको बुरा भला कहेंगे यानिकि रिश्ता तोड़ने की कोशिश करेंगे लेकिन जब आप दोनों में एकता होगी तो वो कुछ कह ही नहीं पाएंगे क्योकि टुडी हुई इमरती की इंट भी लोग ले जाते हे मगर इमरती की नहीं क्योकि उसको ले जाना संभव नहीं हे इसी प्रकार एकता को तोड़ना मुश्किल हे इसलिए जब तक आप रिस्तो से बंधे रहेंगे तब तक आपको कोई हानि नहीं पंहुचा सकता। इसलिए हमेशा अपने रिश्तो में एकता बनाये रखिये।

जो शक्ति हमारी मुठ्ठी में होती हे वो हमारी उंगलियों में नहीं होती क्योकि उंगलियां अलग – अलग होती हे जबकि मुठ्ठी सभी उंगलियों से बनती हे वैसे ही रस्सी में जो ताकत होती हे वो धागे में नहीं होती अब आप समझ गए होंगे की एकता हमारे रिश्तो में क्यों जरुरी हे।

2 . बिजनेश में एकता का महत्व 

आपने अक्शर ये सुना होगा की एक हाथ से ताली नहीं बजती अगर आप कोई काम अकेले कर रहे हे वही काम अगर दस लोग आपके साथ रहकर करे तो क्या होगा? यानिकि आप जो काम दस दिनों में करते हे वो काम एक दिन में हो जायेगा और आप जो काम दस दिनों में करते थे वो दस दिनों में दस गुना ज्यादा हो जायेगा अब आप सोच सकते हे की एकता की वजह से आप कम समय में ज्यादा काम कर सकते हे। इसलिए हमेशा टीम वर्क करे।

अगर आप कोई भी बिजनेस कर रहे तो आपके लिए एकता जरुरी हे क्योकि एकता में वो शक्ति हे जिससे आप हर असंभव काम को काम को संभव बना सकते हे यानिकि आपको टीम वर्क करना होगा दूसरे लोगो का सहोयग लेना होगा तब आप अद्भुत चीजे हासिल कर सकते हो। 

3 . उदहारण के द्रारा समझिये एकता का महत्व

एकता निर्बलों को भी शक्ति प्रदान करती हे यानिकि एक लकड़ी को कोई भी तोड़ सकता हे लेकिन पांच लकड़ी को तोड़ना आसानी नहीं हे क्योकि उसमे एकता की शक्ति होती हे। 

अकेले में हम अक्शर अपनी परछाई से भी डर जाते हे लेकिन जब सब हमारे साथ हो तब हम दुनिया भी जित सकते हे यानिकि जो हम अकेले नहीं कर सकते वो हम एकता से कर सकते हे। 

एक बून्द बून्द करके सरोवर बनता हे वैसे एक एक धागे से रस्सी बनती हे यानिकि जब हम किसी चीज में एकता करते हे तब कुछ बड़ा होता हे। 

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4 . कहानी द्रारा समझिये एकता का महत्व 

एक जंगल था उस जंगल में सभी प्राणी शांति से रहते हे लेकिन उस जंगल में एक हाथी को अपनी शक्ति पर बहुत गुरुर था यानिकि वो किसी की बात सुनता नहीं था बस अपनी मनमानी करता था सभी प्राणी इसके व्यव्हार से डरते थे क्योकि उसका मुकाबला करने की ताकत किसी के पास नहीं हे लेकिन किसी का गुरुर ज्यादा दिन नहीं टिकता। 

एक दिन के बात हे हाथी नदी में स्थान करने के लिए अपने रास्ते से जा रहा था तब अचानक से एक आवाज सुनाई दी वो आवाज एक चींटी की थी वो हाथी से कहने लगी हाथी भाई ज़रा संभाल के हम सभी चीटिया इस रास्ते से गुजर जाने तब तक आप खड़े रहे लेकिन हाथी में चींटी की बात नहीं मानी और कहने लगा तुम कौन होती हो मुझे रोकने वाली ऐसा बोलकर वो चलने लगा जिससे कई चींटी हाथी के पैर निचे आ गई कुछ चींटी घायल हुई तो कुछ मर गई सभी चींटी एकत्रित हो गई और सबने फैसला लिया की हाथी का गरूर उतरना पड़ेगा। 

कुछ देर बाद जब हाथी स्थान करके वो आराम करने लगा उस वक्त सभी चींटी हाथी के आराम का फायदा उठाने के लिए वहा पहुंच गई और उसके कान में घुस गई जिससे हाथी को पीड़ा होने लगी और वो चिल्लाने लगा और सभी चींटी से माफ़ी मांगने लगा की मुझसे भूल हो गई हे मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए यानिकि एकता की वजह से छोटी सी छोटी चीज भी भारी हो सकती हे क्योकि एकता खुद एक शक्ति हे एकता से हम किसी को भी मात दे सकते हे। 

” पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद “