हमारा सबसे अच्छा दोस्त कौन हे? Sabase Achcha Dost Kon Hai

 हर एक इंसान के दोस्त होते हे लेकिन कई दोस्तों अच्छे होते हे तो कई बुरे जो हमें बुरे आदते करने को प्रेरित करते हे दोस्त बनाना एक अच्छी आदत हे लेकिन सोच समझकर दोस्त बनाना उनसे भी अच्छी बात हे क्योकि आज के समय में दोस्त ही दुश्मन बनते हे जबकि एक सच्चा दोस्त वही हे जो हमारा सही मार्गदर्शन करे , हमें गलत काम करने से रोके और हमारे सुख और दुःख में हमेंशा हमारा साथ दे लेकिन आज हम बात करने वाले हे की मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कौन हे ? इस विषय पर बात करने वाले हे। 

मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कौन है

 

मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त कौन हे? 

✔ आमतौर पर देखा जाये तो इंसान का सबसे अच्छा दोस्त उसके माता – पिता , ईश्वर और ज्ञान होता हे क्योकि माता – पिता और ईश्वर मनुष्य का कभी बुरा नहीं चाहते। जब कोई साथ न दे तब माता पिता ही हमारा साथ देते हे और जब कोई नज़र नहीं आता तब ईश्वर ही नज़र आता हे और इंसान को हर एक हालात में, हर परिस्थिति में उनका स्वीकार करते हे उनके साथ रहते हे जबकि ज्ञान मनुष्य देश में हो या विदेश में हर पल उनका साथ देता हे ऐसा कहा गया हे की इंसान की परछाई उनका साथ छोड़ सकती हे लेकिन इंसान का ज्ञान नहीं हे। दोस्तों का महत्व

 ✔ लेकिन मेरे हिसाब से मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त हम खुद हे जिस प्रकार मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु बन जाता हे यानिकि मनुष्य ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु हे उसी प्रकार मनुष्य ही मनुष्य का सबसे अच्छा मित्र भी हे यानिकि मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त वो खुद ही हे क्योकि इंसान ही इंसान का दुश्मन होता हे उसी प्रकार इंसान ही इंसान का दोस्त होता हे हमारी सभी समस्या का समाधान हम खुद हे और हमारी सभी सुखो की वजह भी हम खुद ही हे लेकिन आज की भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में हम खुद को समझना नहीं चाहते। हम हमारे लिए उतना वक्त ही नहीं निकालते की हम खुद को पहचान सके लेकिन हमें अपने से ज्यादा दूसरे लोगो में , दूसरे चीजों में अपना समय बर्बाद करते हे लेकिन अपने आप को समझते नहीं हे अपनी खुबिया जानते नहीं हे और जो इंसान अपने आप को अच्छा मित्र मान लेता हे उसे कभी भी किसी मित्र की जरुरत नहीं होती और जिंदगी में वही इंसान खुश होगा जो अपने आप का अच्छा मित्र होगा। 

✔ अगर इस बात को हमने अच्छी तरह से जान लिया की मेरी हर एक समस्या का समाधान में ही हु तो खुद से अच्छा हमारा मित्र और कोई हो ही नहीं सकता लेकिन उसके लिए हमें अपने आप को समझना हे , जानना हे और अपने आप को पहचानना हे जो सबसे कठिन काम हे।

” पढ़ने के लिए आपका दिल से धन्यवाद “