ज़िन्दगी क्या है ( Zindagi Kya Hai) – ज़िन्दगी को कैसे जिए

नमस्कार दोस्तों आप सभी का में दिल से स्वागत करता हु तो आज हम इस पोस्ट के माध्यम से बात करने वाले हे की ज़िन्दगी क्या है? (Zindagi Kya Hai) ज़िन्दगी को हम जैसे जाने आदि के बारे में बात करने वाले हे। जब तक आप अपनी ज़िन्दगी को खुद नहीं समझेंगे तब तक आप अपनी ज़िन्दगी को समझ नहीं सकेंगे दूसरे शब्द में कहा जाये तो ज़िन्दगी एक संघर्ष हे।

ज़िन्दगी कभी आसान नहीं होती लेकिन हमें ज़िन्दगी को आसान बनाना पड़ता हे कुछ नज़र अंदाज करके तो कुछ बर्दाश करके दोस्तों आपसे एक विनंती हे की आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े तभी आपको मालूम होगा की ज़िन्दगी क्या है और उसे किस तरीके से हमें जिनि चाहिए। 

जिंदगी क्या है - Zindagi Kya Hai

 ज़िन्दगी को तुम मानो तो कुछ भी नहीं है और मानो को ज़िन्दगी ही सब कुछ है यानिकि हर एक इंसान अपनी ज़िन्दगी को अपने तरीके से जी सकता है फिर वो तरीका गलत ही हो सकता है और सच्चाई वाला भी हो सकते है वो आपके विचार, आपके कर्म पर निर्धारित होता है।

एक बात मेरी हमेंशा याद रखना की ज़िन्दगी का असली मजा लेना हे तो मेरी इस बातो का ध्यान जरूर रखे। 

ज़िन्दगी क्या है? Zindagi Kya Hai

छोटी – छोटी बातों को कभी अपने दिल पर मत लो

क्या है जिंदगी

 

जिंदगी में ऐसे लोग भी जो आपको हर मोड़ पर बुरा भला कहेंगे लेकिन हमें उनकी बाते सुननी जरूर हे लेकिन उन बातों को कभी दिल पर लेना नहीं हे आज इंसान भगवान से भी परेशां हे तो हम तो इंसान हे इसलिए जो लोग आपको पर्शनली नहीं जानते उनकी बातो को कभी पर्शनली मत लो। जब आप असफ़ल होंगे तब भी लोग आपके बारे में गलत बातें करेंगे और जब आप सफल होंगे तब भी लोग आपके बारे में गलत बातें करेंगे यानिकि लोगो का काम सिर्फ बोलना हे इसलिए ऐसे लोगो की बातों को कभी अपने दिल पर मत लो।

दुसरो के बारे में सोचने से अच्छा हे हम खुद के बारे में सोचे 

कौन क्या कर रहा हे क्यों कर रहा हे ये बातों से आप जितना दूर होंगे आप अपनी ज़िन्दगी और भी ख़ुशी से जी पाएंगे। ज़िन्दगी में खुद से बढ़कर कोई हमसफ़र नहीं हे क्योकि यहां लोग ज्ञान तो देंगे लेकिन साथ कभी नहीं देंगे। हमेंशा खुश रहो कहेंगे लेकिन कभी आपको खुश नहीं देख पाएंगे क्योकि ये ज़िन्दगी ऐसी ही हे इस ज़िन्दगी को हमें अपनी सोच से जिनि होंगी। 

कम बोले और ज्यादा सुने 

 

जिंदगी कैसे जिए

 

ज़िन्दगी की आधी समस्या तो हमारे बोलने से पैदा होती हे इसलिए हो सके तो कम ही बोले या फिर मौन ही रहे मौन का महत्व जरूर पढ़े। 

हमेंशा खुश रहे 

 

इंसान की जिंदगी क्या है

 

ज़िन्दगी के हर एक मोड़ पर अपने चहेरे पर एक मुस्कान रखो क्योकि सिर्फ दो सेकण्ड मुस्कुराने से हमारी फोटो अच्छी आ सकती हे तो ज़िन्दगी भर मुस्कुराने से हमारी ज़िन्दगी अच्छी क्यों नहीं हो सकती इसलिए चाहे गम हो , दुःख , दर्द हो , मुश्किल परिस्थिति हो फिर भी निराश मत रहो उदास मत रहो और हिम्मत मत हारो।

सब्र ( धीरज) और खुद पर भरोसा रखे 

अगर ज़िन्दगी में आप कुछ पाना चाहते हे तो आपके अंदर सब्र का होना बहुत जरुरी हे लेकिन कई लोग जल्दबाजी में आकर जो मिलने वाला हे उसे भी खो देते हे इसलिए किसी चीज को पाना चाहते हे तो कठिन परिश्रम कीजिये और सब्र बनाये रखिये। ऐसा नहीं की आपने दो तीन महीने परिश्रम किया और वो चीज हासिल न हुई तो आप उसे छोड़ दे ऐसा बिलकुल नहीं करना चाहिए क्योकि ज़िन्दगी में कोई चीज हमें आसानी से नहीं मिलती और जो चीज हमें आसानी से मिलती हे उसकी हमें कद्र नहीं हे क्योकि इंसान की ये फितरत हे न मिले तो सब नहीं और मिल जाये तो कद्र नहीं। 

भगवान का शुक्रिया अदा करे

हमेंशा भगवान का शुक्रिया अदा करे की आपको ऐसी अनमोल ज़िन्दगी दी। अगर आपको भगवान ने ये ज़िन्दगी दी हे तो आपके बारे में भी उसने सोचा होगा बस आपको उस पर भरोसा रखना हे और अच्छे कर्म करते रहना हे। 

ज़िन्दगी एक सफर है

 

जिंदगी एक सफर है

 

    ज़िन्दगी एक सफर हे इस सफर में मानो तो मौज हे वरना हर रोज समस्या हे। ज़िन्दगी का ये सफर हमें अकेले ही तय करना हे क्योकि ज़िन्दगी की ये हक़ीक़त हे की आप दुःख दर्द में खुद को अकेले ही पाएंगे और खुशियों में सारे जहान के दर्शन होंगे ज़िन्दगी में आपको समझाने वाले बहुत मिलेंगे और कहेंगे वो करो तो ऐसा होगा लेकिन आपको समझने वाला कोई नहीं मिलेगा जो सबक हमें ज़िन्दगी सिखाती हे वो और कोई स्कूल नहीं सीखा सकती। 

    कोई भी चीज हो या फिर कोई भी काम हो जब तक हम उस काम को या उस चीज को अच्छी तरह से करते नहीं हे या उसके बारे में जानते नहीं हे तब तक वो हमें समझ नहीं आता या फिर वो हमें मुश्किल लगता हे लेकिन जब हम उस काम में माहिर हो जाते हे या उस चीज के बारे में सब जान लेते हे तब हमें वो चीज आसान लगने लगती हे या वो काम हमें आसान लगने लगता हे वैसे ही जब तक हम ज़िन्दगी को समझने का प्रयास नहीं करेंगे उसे जानने की कोशिश नहीं करेंगे तब तक ज़िन्दगी हमें मुश्किल ही लगेगी। 

जिस प्रकार दिन और रात होती हे सुख और दुःख होता हे सत्य और असत्य होता हे अच्छाई और बुराई होती हे वैसे ही हमारी ज़िन्दगी हमें कभी अच्छी तो कभी बुरी लगेगी वो इसलिए क्योकि यही ज़िन्दगी हे ज़िन्दगी कभी आपको रुलायेंगी तो कभी आपको हसायेगी। ज़िन्दगी एक कश्ती की तरह हे जो बचपन में चलती हे जवानी में ढलती हे और बुढ़ापे पर रुकतीं हे। 

ज़िन्दगी जीने का मजा हमें तब आता हे जब हमें ज़िन्दगी की सच्चाई के बारे में पता चलता हे लेकिन जब हमें ज़िन्दगी समझ आती हे तब हमारी जीने की उम्र निकल चुकी होती हे यानिकि जब तक हमें ज़िन्दगी क्या हे ये समझ नहीं आएगा तब तक हम ज़िन्दगी में भागते ही रहेंगे। ज़िन्दगी कैसे जिनि चाहिए एक बार जरूर पढ़े। 

ज़िन्दगी संघर्ष हे ज़िन्दगी ख़ुशी हे ज़िन्दगी ग़म हे ज़िन्दगी हँसी हे यानिकि आप ज़िन्दगी को जैसे जीना चाहे वो वैसे उसे जी सकता हे वो इंसान पर निर्भय होता हे इंसान की सोच पर निर्भय होता हे की इंसान सोच कैसी हे जैसी इंसान की सोच होंगी ज़िन्दगी भी वैसी ही होंगी। यानिकि मेरा कहने का मतलब ये हे की आप जिस तरीके से जिंदगी को जिएंगे वैसी ज़िन्दगी आपकी बन जायेगी। अगर आप अपनी ज़िन्दगी को बोझ समझेंगे तो ज़िन्दगी आपको बोझ लगने लगेगी और आप ज़िन्दगी में खुश रहने के मौके तलाशेंगे तो ज़िन्दगी आपको खुशियों से भर देंगी तो दोस्तों ये हे हमारी ज़िन्दगी। 

ज़िन्दगी एक खेल हे 

हमने देखा की ज़िन्दगी एक खेल है जिसे इंसान अपने अंदाज से अपने तरीको से खेलता है ज़िन्दगी जिसमें कई लोग खेल रूपी ज़िन्दगी को सीरियसली खेलते है यानिकि ऐसे लोग ऐसा सोचते है की अगर हमें इस खेल को खेलना ही है तो क्यों न कुछ अलग तरीके से खेले जबकि कुछ लोग ज़िन्दगी रूपी खेल को सिर्फ खेलने के लिए ही खेलते है। 

समझ लीजिये क्रिकेट का एक मैदान हे उस मैदान पर आप बेटिंग कर रहे हे और उस मैदान कोई विकेट कीपर नहीं हे सिर्फ और सिर्फ आप हे और सामने लाइफ ( ज़िन्दगी ) हे जो एक के बाद एक बॉल फेंकती जा रही हे जिसमे एक बॉल आई आपने अपना बेट घुमाया लेकिन वो बॉल छूट गई अब आप क्या करेंगे। क्या आप उदास होंगे या मैदान छोड़कर भाग जायेंगे सिर्फ एक बॉल छूट जाने पर क्या आप आगे कुछ नहीं कर सकते। तो क्या हे ज़िन्दगी ज़िन्दगी को समझो ज़िन्दगी वहा तक नहीं हे जहाँ तक हम सोच रहे हे लेकिन ज़िन्दगी आपकी सोच से भी परे हे। तो ज़िन्दगी में एक बॉल छूट गई तो क्या हुआ।

ज़िन्दगी का काम ही हे एक के बाद एक बोल फेकना और हमारा काम हे खेलना। बस आपका ध्यान ज़िन्दगी पर होना चाहिए। सिर्फ एक , दो या तीन बॉल मिस करने से हमारी ज़िन्दगी ख़त्म नहीं होती ज़िन्दगी में हजारो बॉल होंगे और उस हजारो बॉल में एक बॉल ऐसा होगा जो आपके बेट पर लगेगा और आपकी ज़िन्दगी बदल जाएगी लेकिन उसके लिए आपको अपना मैदान छोड़ना नहीं हे बस खेलते रहता है। 

उसी प्रकार जिंदगी में मुश्किलें , परेशानिया आये तो हमें भागना नहीं हे उदास या निराश नहीं होता हे बल्कि ज़िन्दगी को समझना हे और अपनी मुश्किलों का सामना करना हे और जब आप ज़िन्दगी के सुख और दुःख रूपी चक्र को समझ लेंगे तक आपको जिंदगी आसन लगने लगेगी। ज़िन्दगी पर शायरी 

   ज़िन्दगी एक ऐसा खेल हे जहाँ आप चाहो तो कभी आउट नहीं हो सकते तब तक जब तक आप मैदान छोड़कर भाग नहीं जाते। दुनिया की कोई ताकत आपको हरा नहीं सकती जब तक आप खुद न हार मान ले। 

तो दोस्तों अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो आप अपने दोस्तों परिवार के साथ इसे सेर जरूर करे।