हम खुश कैसे रहे? Khush Kaise Rahe

 नमस्कार दोस्तों आपका दिल से स्वागत हे तो आज हम बात करने वाले हे की हम खुश कैसे रहे? या खुश रहने के लिए क्या करे? आज के समय में इंसान इतना स्वार्थी और असंतोषी हो गया हे की उसे ख़ुशी नजर ही नहीं आती बस अपनी ज़िन्दगी में भागता ही रहता हे किसी चीज में उसे संतोष मिलता ही नहीं हे और जहां संतोष नहीं होता हे वहाँ ख़ुशी भी नहीं होती। तो दोस्तों मुझे उम्मीद हे की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद होगी। Khush Kaise Rahe?

खुश कैसे रहे?

 

 

khush kaise rahe

 

वर्तमान में जीना सीखिए

अगर आपको अपनी ज़िन्दगी में हमेंशा खुश रहना हे तो वर्तमान में जीना सीखिए क्योकि वो वर्तमान में जीता हे वही खुश रह सकता हे एक वृद्ध अतीत जीता हे जिसकी वजह वो दुखी रहता हे युवा भविष्य में जीता हे जिसे वो निराश रहता हे जब की एक छोटा सा बच्चा वर्तमान में  जीता हे जिसे वो सदैव खुश रहता हे इसलिए खुश रहना हे तो वर्तमान में जीना सीखिए यानिकि हम अतीत और भविष्य के बारे में सोचकर अपने आप को दुखी , निराश करते हे और अपने अभी के पल को भी अच्छी तरह से जी नहीं सकते जैसे की कई लोग अपने पिछली ज़िन्दगी में मिले दुःख , दर्द को याद करके दुखी रहते हे जबकि कई लोग भविष्य के बारे में सोचकर उदास , मायूस रहते हे इसलिए वर्तमान में जिए। 

वास्तविकता का स्वीकार करे 

ज़िन्दगी में आप वास्तविकता का जितना स्वीकार करेंगे आप उतने ही खुश रहेंगे जैसे की मान लीजिये आप किसी के प्रेम करते हे तो आपको प्रेम की वास्तविकता का पता होना चाहिए यानिकि आज के समय में प्रेम की वास्तविकता क्या हे? तो प्रेम की वास्तविकता ये हे की प्रेम में रहे दुःख  दर्द , बिछड़ना , हमारा प्रेम अधूरा भी रह सकता हे तो हमें इन वास्तविकता का स्वीकार करना पड़ेगा की हमें प्रेम के साथ दुःख , दर्द ,अफ़सोस , ये सब भी मिल सकते हे और जब हमें प्रेम में ये सब मिलते हे तब हमें दुःख नहीं होता क्योकि हमें वास्तविकता का पता होता हे की प्रेम में ये सब भी हो सकता हे तो दुखी होने का कोई मतलब ही नहीं हे।  

ये तो बात की हमने प्रेम की लेकिन इसके अलावा आप जो भी काम करे जो भी निर्णय ले पहले उसकी वास्तविकता का स्वीकार करे आप दुखी नहीं होंगे। 

किसी से उम्मीद मत करे 

” रब से कभी उम्मीद मत छोड़ना और 

दुनिया के कभी कोई उम्मीद मत रखना “

ज़िन्दगी में खुश रहना चाहते हे तो कभी किसी से कोई उम्मीद मत रखे क्योकि उम्मीदों की वजह से इंसान ज्यादातर दुखी होता हे यानिकि इंसान को इंसान इतना दर्द नहीं देता जितना की वो उम्मीदे देती हे जो वो दुसरो लोगो से रखता हे इसलिए ज़िन्दगी में खुश होना हे तो अपने आप पर उम्मीद रखे दुसरो पर नहीं क्योकि जब आप किसी से कोई उम्मीद करते हे तब वो सिर्फ उम्मीद बनकर ही रह जाती हे जो लोग दुसरो पर और अपने भाग्य पर उम्मीद रखते हे वो हमेंशा निराश ही रहते हे। खुश रहने के फायदे 

आत्मनिर्भय बने 

अपना काम खुद करना सीखिए यानिकि अपने काम को दुसरो पर न छोड़े लेकिन ज्यादातर लोग अपने छोटे – छोटे कामो के लिए दुसरो इंसान के भरोसे बैठे रहते हे की वो इंसान मेरा काम पूरा करेगा लेकिन आज कल हर एक इंसान अपने काम में व्यस्त हे यानिकि  उसे अपने काम के लिए फुर्सत नहीं मिलती तो तुम्हारा काम कैसे करेगा ऐसे में अगर आपका काम पूरा न हुआ तो आप दुखी और मायूस होंगे इसलिए जितना हो सके उतना आत्मनिर्भय बनना सीखिए।

किसी काम में व्यस्त रखिये

जो लोग अपना समय फालतू में व्यस्त करते हे या फिर अकेले में ज़िन्दगी जीते हे वो हमेंशा दुखी रहते हे यानिकि जब आप अकेले होते हे तभी आप बुरे विचारो में , बुरे काम करने में प्रेरित होते हे जिसकी वजह से आप बाद में सबसे ज्यादा दुखी होते हे जबकि आप किसी काम में व्यस्त रहते हे तब आप अपने सारे दुःख , दर्द भूल जाते हे यानिकि आपको दुखी होने का समय ही नहीं मिलता इतना ही नहीं बल्कि आप अपने समय का सही इस्तमाल करते हे और बुरी आदतों से भी बचते हे इसलिए हमेंशा किसी काम में खुद को व्यस्त रखिये। 

दुसरो से तुलना न करे 

दुसरो तुलना करना यानि खुद का अपमान करने के बराबर हे। जैसे आप हो उसी मे खुश रहो यानिकि कभी भी अपनी तुलना दुसरो से न करे क्योकि ऐसा करने से हम खुद ही दुखी होते हे इसलिए ज़िन्दगी में आप जो काम कर रहे हे उसे अलग तरीके से करे , अपनी एक अलग ही पहचान बनाये। इस दुनिया में भगवान ने कोई भी चीज बेकार की नहीं बनाई आपको भी नहीं बस आपको खुद को समझने की जरुरत हे। 

अपने पसंद वाले काम करे 

जिस काम को आप करते हे उस काम में आपका मन होना चाहिए तभी आप उस काम को अच्छी तरह से कर सकते हे जबकि कई लोग पैसा मिलने पर उस काम को भी करते हे जिस काम में उनका जरा सा भी मन नहीं हे जबकि किस काम को करने के लिए आप हमेशा तैयार और सच्चे मन से करते हे उस काम से आपको ख़ुशी मिलती हे इसलिए ऐसे काम करे जिसे आप पसंद करते हे। 

अपनी कमजोरी दूर करे 

हर एक इंसान में खुबिया और कमजोरी होती हे बस आपको अपनी कमजोरी को जानना हे और उसे दूर करना हे क्योकि आपकी कमजोरी ही आपको आगे बढ़ने से रोकती हे जिसकी वजह से आप अपनी कमजोरी से लेकर दुखी रखते हे जैसे की किसी को अंगेजी न आना कमजोरी होती हे तो अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनावो जबकि किसी को डर की कमजोरी होती हे यानिकि वो किसी भी काम को करने से पहले डरता हे में ये काम कर पाउँगा या नहीं इसलिए अपनी कमजोरी को दूर करे और एक बात अपनी कमजोरी कभी भी दूसरे लोगो को मत बताये। 

” पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद “