Udasi Par Shayari, Udasi Shayari In Hindi, Udas Par Shayari, Pyar Me Udasi Shayari,
उदासी पर शायरी
अधूरे मिलन की आस हे ज़िन्दगी
सुख दुःख का एहसास हे ज़िन्दगी
फुर्सद मिले तो ख्वाबो में भी आया करो
क्योकि आपके बिना उदास हे ज़िन्दगी
दिन हुआ हे तो रात भी होगी
हो मत उदास उनसे कभी बात भी होगी
इतना यकीन तो ये अपने प्यार पर की
ज़िन्दगी रही तो मुलाकात भी होगी।
वादा नहीं फिर भी तेरा इन्तजार हे
बिछड़ने के बाद भी तुमसे इश्क हे
तेरे चहेरे की ये उदासी बता रही हे की
आज भी तेरा दिल मेरे लिए बेक़रार हे
लोग कहते हे की बदल गया हु में
उनको ये नहीं पता की संभल गया हु में
उदासी आज भी मेरे चहेरे से झलकती हे
अब दर्द में भी मुस्कुराना सिख गया हु में
हर एक तरफ उदासी छाई हे
चाँद की रोशनी में भी कमी आई हे
अकेले ही अच्छे थे हम अपनी जिंदगी में
जाने क्यों टूटकर आज आपकी याद आई हे।
खुदा करे कभी छूकर भी न
गुजरे उदासी तेरे चहेरो को
इन आँखों की हसरत हे की
जब भी तुझे देखे हँसता हुआ देखे
छोटी सी ज़िन्दगी हे हसकर जिओ
भुलाके सारे गम दिल से जिओ
उदासी में क्या रखा हे मुस्कराके जिओ
अपने के लिए न सही अपनो के लिए जिओ
ज़िन्दगी में कभी उदास मत होना
हम हर पल तुम्हारे साथ हे
कभी मेरी याद आये तो अपनी पलकें बंध कर देना
हम तुम्हारी आस पास ही हु।
उदास हु, पर आपसे नाराज़ नहीं
तेरी यादो में हु पर तेरे पास नहीं
वैसे तो सबकुछ हे मेरे पास पर
तेरे जैसा कोई खास नहीं ,
लोग कहते हे की में बदल गया हु
उनको ये नहीं पता की में संभल गया हु
उदासी आज भी चहेरे पर झलकती हे
बस दर्द में मुस्कुराना सिख गया हु।
कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतजार हे
जुदाई के बाद भी तुझसे प्यार हे
तेरे चहेरे की उदासी ये बता रही हे की
मुझसे मिलने के लिए तू भी बेक़रार हे।
मुक्त में नहीं सीखा उदासी में
मुस्कुराने का ये हुनर
बदले में ज़िन्दगी की
हर एक ख़ुशी तबाह की हे।
बहुत खुश थे हम दूर दूर तक
उदासी का कोई छाया न था
जाने क्यों दूर हो गई हसीं हमारी
हमने तो किसी का दिल दुखाया न था
चाहे उदासी दे या गम दे
मगर देता रहा कर
तू उम्मीद हे मेरी एक
तेरी हर चीज अच्छी लगती हे
उदास हो तो मेरी हसी मांग लेना
गम हो तो मेरी ख़ुशी मांग लेना
रब तुझे लम्बी उम्र दे और
एक पल कम पड़े तो मेरी ज़िन्दगी मांग लेना
जीवन में ऐसी सोच रखिये
जो खोया उसके लिए उदास मत रहिये
जो पाया हे वो किसी से कम नहीं हे
जो पाया नहीं हे वो एक हसीन ख्वाब हे
लेकिन जो पास हे वो लाजवाब हे।
मत सताओ हमें हम सताए हुए हे
अकेले रहने का गम उठाये हुए हे
खिलौना समझकर ना खेलों हमसे
हम भी उसी खुदा के बनाये हुए हे
अक्शर उदास कर देती हे
हर रोज ये बातें मुझे ,,
ऐसा लग रहा हे की कोई भूल रहा हे
मुझे धीरे – धीरे। ..
तेरे ना होने की बस इतनी
कमी सी रहती हे की हम
लाख मुस्कुराये फिर भी
आँखों में नमी रहती हे
उदासी और ख़ामोशी भरी
एक श्याम आएगी मेरी
तस्वीर रख लेना तुम
कभी काम आएगी।
हर एक हसी के पीछे
एक खौफ उदासी छुपी हे
समन्दरों के तले भी
जमीन प्यासी हे।
” पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ”