तारीफ़ पर शायरी – Shayari On Tareef – Tareef Shayari In Hindi

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तारीफ़ पर बहेतरीन शायरी 
Shayari On Tareef

 

तारीफ क्या करू में तुम्हारी क्यूंकि

तुम्हीं एक तारीफ हो।

 

जिस कागज़ पर लिख दूं 

में आपकी तारीफ

क स्याही भी तेरे हुस्न की

गुलाम हो जाये।

 

तुम जो निगाहों से हमारे दिल को

यु हलाल करते हो

करते तो वैसे तुम जुर्म हो लेकिन

कमाल के करते हो।

Tareef Shayari

 

के क्या लिखूं तेरी तारीफ ए 

समन मेरे यार

अल्फ़ाज़ कम पड़ रहे है तेरी 

ये मासूमियत देखकर।

 

हमारे लफ्जों में है तारीफ ऐक चेहरे की

हमारे महबूब की मुस्कुराहट से चलती है 

शायरी हमारी।

 

तुम अपनी निगाहों से न देख खुद को

चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा

सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू लेकिन

मेरी नजर में चाँद भी तेरा टुकड़ा होगा।

 

तू भी मेरे दिल के लाइब्रेरी 

की वो डायरी है 

जिसे हम पढ़ना कम और देखना 

ज्यादा पसंद करता हे। 

 

tareef Shayari For Beautiful Girls

 

बड़े खूबसूरत हो तुम 

देख कर फ़िदा हो उठे 

हम ऐसी सूरत हो तुम।

Khubsurati KI Tareef Shayari

 

सब तारीफ कर रहे थे अपने प्यार की

और हम नींद का बहाना दे कर महफ़िल 

छोड़ आये।

 

इज्ज़त और तारीफ मांगी नहीं जाती

कमाई जाती है।

ख़्वाहिश ये नहीं की मेरी तारीफ 

हर कोई करें लेकिन लेकिन

कोशिश ये जरूर है, कोई बुरा न कहे।

 

Khubsurati Ki Tareef Shayari

 

वो अपने चहरे में सो आफ़ताब रखते है

इस लिए तो वो रूह पर नकाब रखते है

वो पास बैठे हो तो आती है दिलरुबा खुश्बू

वो अपने होठो पर खिलते गुलाब रखते है।

भरोसा पर शायरी 

 

वो हमे रोज कहती थी मुझे तुम 

चाँद ला कर दो

उसे एक आईना दे कर अकेला छोड़

आया हूँ।

 

मुझ पर यूँ बार बार इश्क का इल्जाम 

न लगाया कर

कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत

क्यों हो।

 

तुम्हे पलको पर बिठाने को जी चाहता है

तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है

खूबसूरती की इंतेहा है तू 

तुम्हे जिंदगी में बसाने को जी चाहता है।

Tareef Shayari In Hindi

 

आपके सामने जो दूसरों की बुराई 

कर रहा है

आप उससे ये उम्मीद मत रखना

के दूसरों के 

सामने आप की तारीफ ही करेगा।

 

Shayari On tareef 

 

क्युकी हम तुम्हे वैसे ही पसंद किया है

जैसे तुम हो कल तुम्हारा तारीफ करना 

अच्छा लगता था तोह आज दूर रहना

रुक जाना यह भी सही है।

 

तुमको देखा तो मोहब्बत भी समझ आयी

वर्ण इस लफ्ज़ की सिर्फ तारीफ 

सुना करते थे।

 

तेरे हसन का करू ही क्या में तारीफ

तू जो एक बार मुस्कुरादे तो इश्क़ मेह

पड़जाये ये पूरा महफ़िल।

 

Tareef Shayari Images

 

क्या खाक करू उस चाँद की तारीफ में

जो हर लम्हा डूब जाता है

अब तो चाँद को भी तैरना सीखना है।

 

जहां तारीफ करनी हो वहां हर कोई 

चुप हो जाते है

और बुराई करने के लिए गूंगे भी

बोल पढ़ते है।

 

Tareef Shayari For Girls & Boy

 

नहीं कहता में उसकी तारीफ के किस्से

अब उन्हें आँकूं तो आँकूं किससे।

दुआ शायरी 

 

खुश होना है तो तारीफ सुनिए और

बेहतर होना है तो निंदा।

 

Tareef Par Shayari

 

तेरे हुस्न पर लिखू में क्या तारीफ

मेरी जान

वो लफ्ज ही नहीं जो तेरा हुस्न को

बया कर सकें।

जिससे लिखते हुए मुझे तकलीफ़ 

बहुत होती है

मेरे उस शेर की तारीफ बहुत होती है।

 

मै अपनी तारीफ तो खुद ही करता हूँ

क्योकि मेरी बुराई के लिए तो पूरा

जमाना तैयार बैठा है।

 

चाँद सा जब कहा तो कहने लगे

चाँद कहिये ना, चाँद सा क्या है।

 

Tareef Shayari 2 Line

 

तेरी जितनी तारीफ करू उतनी ही कम है

तेरे सिवा हम कुछ भी नहीं अगर 

तुम हो तो हम है।

 

यूं तो दुनिया में देखने लायक 

बहुत कुछ है

पर पता नहीं क्यों ये आंखे सिर्फ

तुम्हारी आँखों 

पर आकर ही रुक जाती है।

लव शायरी 

 

चेहरा उसका रूहानी है

लगता जैसे कोई कहानी है

ना बीते उन लफ्जो की एक

प्यारी सी वो लड़की दीवानी है।

 

” पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद “