जेलीफ़िश एक पारदर्शक जिव – Jellyfish In Hindi

दोस्तों नमस्कार में आपका दिल से स्वागत करता हुं। तो दोस्तों आज हम बात करने वाले हे जेलीफ़िश ( Jellyfish In Hindi ) के बारे में जो एक पारदर्शक जलीय जिव हे जो सभी समुद्रो में पाए जाते हे। लेकिन में आपको बता दू की जेलीफ़िश समुद्र में पाए जाने वाले सबसे ज़हरीले समुद्र जीवों में से एक जिव हे। हमें उम्मीद हे की आपको ये जानकारी जरूर पसंद आएगी तो चलो दोस्तों जेलीफ़िश के बारे में और भी अधिक रोचक जानकारी हम देख लेते हे।
 

 

Jellyfish in hindi

 जेलीफ़िश के बारे में जानकारी

 
1. जेलीफ़िश एक पुराना जिव हे जो डायनासोर के समय से पहले इस धरती पर मौजूद हे।
 
2. जेलीफ़िश का आकर छाते की तरह होता है और वो एक पारदर्शी जलीय जीव है। 
 
3. जेलीफ़िश के नाम में फिंश है लेकिन ये एक प्रतिन है। लेकिन यह मछली नहीं हे क्योकि मछलियों के शरीर में हड्डिया होती हे और वो पानी में रहने के लिए गिल्स का इस्तमाल करते हे जबकि जेलीफ़िश के शरीर में कोई हड्डिया नहीं होती।
 
 
4. जेलीफ़िश की करीब 1500 से भी ज्यादा प्रजाति खोजी जा चुकी है जबकि दुनिया में जेलीफ़िश की ऐसी 25 प्रजातियां भी पाई जाती हे जिनका उपयोग खाने में होता हे जिनका सलाद और अचार बनाया जाता हे।
 
5. ऑस्ट्रेलिया और इंडो – पैसिफिक समूह में पाए जाने वाली जेलीफिश की प्रजाति बहुत ही ख़तरनाख होती हे जिनके टेंटीकल्स यानि सूंड में जहरीले डार्ट होते हे जो इंसान को मौत की नींद भी सुला सकते हे या दिल का दौरा दिला सकते हे।
 
6. इस जलीय जिव के शरीर में करीबन 95 प्रतिशत पानी होता हे जिसकी वजह से वो पारदर्शक दिखाई देती हे। जबकि हमारे शरीर में 60 प्रतिशत पानी होता हे। 
 
7. जेलीफ़िश कई रंग बदलती है जैसे की नीला, पीला और गुलाबी जैसे रंग बदलती है। और ये चमकदार कलर है। जेलीफ़िश में ऐसे अंग होते है जिससे वो अंघेरे में भी चमकती है। 
 
8. जेलीफ़िश डायनासॉर के काल से घरती पर आई हे। 
 
9. वैज्ञानिको के मत अनुसार दुनिया में जेलीफ़िश की एक ऐसी प्रजाति हे जो कभी मरती नहीं हे जिनका नाम टुरीडोपसिस डॉर्नी ( Turritopsis Dohrnii ) हे ये प्रजाति जब बुजुर्ग होती हे तब वो समुद्र की सतर से चिपक जाती हे और जेनेटिकली खुद को जीवित कर लेती हे यानिकि फिर से वो युवा जेलीफ़िश बनती हे। 
 
10. जेलीफ़िश महासागरों में पायी जाती है और नदियाँ और झीलों में भी जेलीफ़िश मिलती है। 

11. अगर हम जेलीफ़िश की लम्बाई के बारे में बात करे तो करीबन 6 फिट तक भी होती हे जबकि उनका वजन 200 KG तक भी होता हे। 
 
12. जेलीफ़िश हंमेशा झुंड में रहते हे और उनके समूह को ब्लूम , स्मैक या स्वार्म कहा जाता हे।
 
13. ये जानकर आपको हैरानी होगी की जेलीफ़िश को आँखे नहीं होती है और दिमाग भी नहीं होता।
 
14. जेलीफ़िश ज्यादातर मनुष्य को नुकशान नहीं पहुंचाती है। मगर कुछ जेलीफ़िश ऐसी होती हे जिनके डंक से मोत भी हो सकती है। 
 
15. जेलीफ़िश अपने डंक द्धारा पेरालाईसिस कर देती है और हम हील भी नहीं पाते है। 
 
16. जेलीफ़िश की कुछ ऐसी प्रजाति होती हे जो रात के दौरान चमकती हे।
 
17. ज्यादातर ये जलीय जिव समुद्रो की गहराई पर रहते हे जिसकी वजह से उनको इंसान से ज्यादा खतरा नहीं होता। 
18. ये जानकर हैरानी होंगी की जेलीफ़िश अपने अंडों को पानी में छोड़ देते है और पानी में ही fertilize होते है। 
 
19. इस जेलीफ़िश का मुँह उसके शरीर के बिच में होता है। इससे जेलीफ़िश भोजन को लेती है और भोजन का वेस्ट शरीर से बाहर निकालते है। 
 
20. इस जेलीफ़िश के शरीर में श्वसनतंत्र नहीं होता है और ये शरीर की पतली त्वचा से श्वसन क्रिया करती है। 
 
21. इसको केंद्रीय तंत्रिका तंत्र नहीं होता है इस जेलीफ़िश के शरीर में नसों का नेटवर्क होता है जो बाहर का वर्तावरण से प्रतिक्रिया करता है। 
22. इसका वैज्ञानिक नाम स्कोफ़ोज़ोआ ( Scyphozoa ) है। 
 
23. वैज्ञानिकों का मानना है की यह जीव कम से कम 500 मिलियन वर्षो पूर्व से दुनिया के महासागरों में मौजूद है। 
 
Jellyfish In Hindi – जेलीफ़िश की जानकारी हिन्दी में
 

 

Jellyfish information hindi

 1. अगर एक जेलीफ़िश को दो भागों में काटा जाता है। तो यह जेलीफ़िश के टुकड़े फिर से पैदा हो सकते है। और दो नए जीव पैदा कर सकते है। 

 
2. कुछ जेलीफ़िश प्रजाति ताजे पानी में ही रहती है। 
 
3. इसका मुख्य भोजन केकड़ा, श्रिंप , छोटी – छोटी मछली, छोटे पौघे होते है कभी – कभी वो छोटे जीवो को डंख देकर उसे बेहोश करती हे और बाद में उसे अपना शिकार बना लेती हे।
 
 
4. अब तक की सबसे बड़ी जेलीफ़िश अमेरिका के समुद्र में पाई गई थी जिनकी लम्बाई करीबन सात फिट से भी ज्यादा थी और उनकी मूंछे 120 फिट लम्बी थी।
 
5. जेलीफ़िश देखने पर बेहद ही खूबसूरत जिव हे लेकिन अगर जेलीफ़िश की मूंछे किसी इंसान को छू जाये तो उनका तत्काल इलाज करना पड़ता हे क्योकि उनकी मूंछे इतनी जहरीली होती की वो इंसान की त्वचा को काफी नुकशान करती हे।
 
6. यह क्रीपिंग ( Creeping ) जेलीफ़िश सबसे छोटी जेलीफ़िश है। वो करीब 0.5 mm की होती है। इसे माइक्रोस्कोप के द्धारा ही देख पाना सम्भव है। 
 
7. जेलीफ़िश महासागरों नदियों और गहरे पानी में देखने को मिलती है। क्युकी वो पानी में जीवित रह सकती है।  
दोस्तों अगर आपको ये जेलीफ़िश की जानकारी पसंद है तो आप इसे अपने दोस्तों को भी शेर करें। 
 
ये भी पढ़े।
“: आपका बहुत धन्यवाद “