Safar Par Shayari, Status In Hindi
दहशत सी होने लगी है इस
सफर से अब तो
ए-जिंदगी कहीं तो पहुँचा दे
ख़त्म होने से पहले।
हमे तो पता था तु कहीं और
का मुसाफ़िर था
हमारा शहर तो बस यूं ही तेरे
रास्ते मैं आ गया था।
सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
नज़र वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
हजारों फूल देखें है इस गुलशन में पर,
खुशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो।
ना पूछो के मंजिल का पता क्या है,
अभी बस सफर है सफर का दीदार होने दो,
रूठ जाये अगर तक़दीर तो मनाकर देखो,
फूल मेहनत के हथेली पर उगाने तो दो।
बहुत कुछ सिखाया जिंदगी के
सफर अनजाने ने,
वो किताबों में दर्ज़ था ही नहीं
जो पढ़ाया सबक जमाने ने।
ज़िन्दगी बदलने वाले अनमोल विचार
थोड़ी सी मुस्कुराहट बरकरार रखना,
सफर में अभी और भी क़िरदार
निभाने है।
तुझे तेरा हमसफ़र
मुबारक़,
मुझे मेरा सफर मुबारक़,
मिलेंगे कभी राह में हम,
तो होगा ये समा मुबारक।
निकला था घर से मंजिल
की और
आज तक मालूम नहीं पड़ा
अभी सफर कितना बाकी है।
हे नया सफर नयी राह
मगर ख़्वाब वहीं मंजिल वहीं।
उम्र बिना रुके सफर कर रहीं है,
और हम ख्वाहिशें लेकर वहीं खड़े है।
अकेले ही गुजारना है
जिंदगी का सफर,
राह पर जो मिलेंगे वो मुसाफिर है।
Safar 2 Line Shayari in Hindi
मेहमान की तरह घर से
आते जाते,
बेघर हो गए है हम कमाते
कमाते।
सफर में धूप तो होगी जो चल
सको तो चलो,
सभी है भीड़ में तुम भी निकल
सको तो चलो।
अजीब सी पहेलियाँ है मेरे हाथों
की लकीरों में,
लिखा तो है सफर मगर मंजिल
का निशान नहीं।
दिल में बसी तुम्हारी तस्वीर,
बस यही सोचती है हर पल,
के इस शहर से उस शहर तक का
सफर कितना सुहाना हो गया है।
सफर ए-जिंदगी का मुकाम तो बता
मौत आती किधर से है अरे उस
पते कानाम तो बता।
एक सफर वो है जिस में पाँव
नहीं दिल दुखता है।
अकेले ही तय करने होते है
कुछ सफर हर सफर में हमसफर
नहीं होते।
इस सफर में नींद ऐसी खो गई
हम न सोए रात थक कर सो गई।
मुसीबते लाख आएंगी जिंदगी
की राहों में,
रखना तू सबर मिल जाएगी तुझे
मंजिल एक दिन
बस जारी रखना तू सफर।
इन अजनबी सी राहों में
जो तू मेरा हमसफ़र हो जाये
बीत जाये पल भर में ये वक़्त और
हसीन सफर हो जाये।
Safar Ki Shayari In Hindi
सफलता के सफर में कोई
भाग लेता है,
तो कोई एक असफलता से डर
कर भाग लेता है।
आगे सफर था और पीछे
हमसफ़र था,
रुकते तो सफर छूट जाता
और चलते तो
हम सफर छूट जाता।
न पूछो के मंजिल का पता क्या है,
अभी बस सफर है सफर का
दीदार होने दो।
मायूस हो गया हूं जिंदगी के
सफर से इस कदर की
ना खुद से मिल पा रहा हूं ना
मंजिल से।
जरूरत कहा ख़तम होती है
जिंदगी के सफर में
चलते ही रहना पड़ेगा मंजिल
को पाने में।
न थके है पाँव कभी ना ही
हिम्मत हारी है,
मैंने देखे है कई दौर और आज
भी सफर जारी है।
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जिंदगी वहीं है जिसमे उठना
गिरना और
धूमना फिरना लगा रहता है।
वो इंसान कभी मार नहीं खा सकता
जिंदगी के सफर में,
जिसको जीना बुरे हालातों ने
सिखाया हो।
शौक ए सफर कहाँ ले गया हमें,
हम जिसको छोड़ आये है मंजिल
वहीं तो थी।
La…..jawab