Tailorbird In Hindi – दर्जिन पक्षी की जानकारी

   दोस्तों नमस्कार में आपका स्वागत करता हुं। के आज हम इस आर्टिकल में दर्जिन पक्षी ( Tailorbird ) के बारे में जानकारी दिखाने वाले है। दर्जिन पक्षी अपना घोसला विशेष प्रकार के पतो को सिलकर बनाती है। ये रौचक जानकारीया बहुत ही मजेदार है। हमे उम्मीद है की आपको ये रौचक जानकारी जरूर पसंद आयेगी। तो चलो दोस्तों दर्जिन पक्षी के बारे में कुछ रौचक जानकारी देख लेते है।

 

Tailorbird information in hindi

दर्जिन पक्षी की जानकारी – Tailorbird Information In Hindi

 

1. सबसे पहले हम बात करने जा रहे है की दर्जिन पक्षी की कुल लगभग 9 प्रजाति पाई जाती है। 

 

2. इस पक्षी वैज्ञानिक नाम Orthotomus है। 

 

3. दर्जिन पक्षी अपना घोसला विशेष प्रकार के पतो को सिलकर बनाती है। 

 

4. इसकी चोंच पतली लम्बी और घुमावदार होती है जिनकी वजह से वो अपना घोंसला बनाते है। 

 

5. दर्जिन पक्षी का नाम उसकी घोसले बनाने की बनावट की ख़ास कला की वजह से पड़ा है। 

 

6. ये चिड़िया मुख्य रूप से एशिया के उष्णकटिबंघीय क्षेत्रों में पाए जाने वाला एक सर्वाहारी पक्षी है। 

 

7. दर्जिन पक्षी का वजन की बात की जाय तो इस पक्षी का वजन लगभग 8 ग्राम होता है।

 

 tailorbird in hindi

 

8. दर्जिन चिड़िया की ऊंचाई के बारे में बात की जाय तो इस दर्जिन चिड़िया की 10 से 14 cm तक होती है। 

 

9. दर्जिन पक्षी ख़ासकर गहरे रंगों में पाए जाते है। इसके शरीर का ऊपरी हिस्सा भूरा जबकि निचला हिस्सा पीला और सफेद होता है। जबकि सिर का भाग भूरा लाल होता है। 

 

10. दर्जिन पक्षी खुल्ले मैदानों में, जंगलों में और ये बग़ीचे में पाए जाते है। 

 

11. आमतौर दर्जिन पक्षी ख़ासकर पेड़ो पर ही दिखाई देता है क्योकि यह शायद ही जमीन पर आते है। 

 

12. दर्जिन पक्षी ज़्यादातर अकेले ही रहना पसंद करता है। 

 

13. ये जानकर हैरानी होगी की दर्जिन पक्षी अपनी पूंछ को ऊपर की तरह ही रखता है। 

 

 Information About Tailorbird In Hindi 

 

14. क्या आप जानते है की ये पक्षी की कई पतियों में छेद करके एक श्रृंखला बनाते है। फिर उन छेद के बिच से पौघे के रेशों, कीड़ो के रेशम और घागो को पिरोकर बिलकुल दरजी की तरह ही ये पतियों को सिलकर आपस में जोड़ देती है। फिर उन सिली हुई पतियों के बरोबर बिच बनी जगह पर पर ये घास पात और फिर रुई रखकर सुविघाजनक दर्जिन पक्षी अपना घोंसला बनाते है।  

 

15. इस पक्षी का मुख्य भोजन फल, बीज और छोटे – छोटे कीड़े है। 

 

16. इसके अंडे नीले रंग के काले घब्बेदार होते है। 

 

17. दर्जिन पक्षी औसत जीवनकाल लगभग 3 साल तक होता है। 

 

दोस्तों अगर आपको ये दर्जिन पक्षी के बारे में हिन्दी में जानकारी पसंद है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेर करें।