एक बुद्धिमान मछुआ की कहानी – Best Hindi Motivation Story

दोस्तों आप सभी को में दिल से स्वागत करता हुं। के आज में इस कहानी में आपको एक मछुए के बारे में बात करने वाला हु जो बहुत ही बुद्धिमान था वो हर रोज समुद्र में जाल फेकता औरमछली निकलता एक दिवस उसके जाल में सीसा फस गया और उसमेसे भुत निकला और वो देखकर वोडर गया और उसनेबड़ी चालकीसे भुत को फिर से सीसे में बंद कर दिया।

Best Hindi Motivation Story

 
 Best Hindi Motivation Story



ये एक मछुआ की कहानी हे जो बहोत ही बुद्धिमान था वो हर रोज समुंद्र के किनारे पर जाता और पानी में जाल फेंकता और जब जाल भारे लगने लगा तब वो जाल को बहार निकाल देता और उस जाल में एक दो मछलियों के साथ काफी सारी मछलिया बहार आती एक दिन मछुअे ने जाल फेंका और उसमे एक शीसा भी अटका था मछुए शीशे को देखकर आचर्य चकित हो गया और शीशे के ढ़कन को खोला और जैसे ही वो ढ़कन खोला तो उसमे से काला घुआ निकला और वो आसमान में फैल गया और उसमे से एक भुत बन गया।

ये देखकर मछुआ बहोत ही डर गया और भुत भयानक आवाज में जोर जोर से हसने लगा। और उस ने मछुअे को कहा की में एक समय में बहोत ही खतरनाक था। और उसमे सब डरते थे। लेकिन एक दिन एक जादूगर वाले ने उसे शीशे में बंद कर के समुंद्र में फेक दिया था। बहोत दिनों तक में बहार निकल ने की कोशिश की मगर में असफल रहा आज तुम्हारी वजह से में फिर से बहार निकल गया।

मछुआ डरा हुआ था। इस लिए वो कुछ भी बोल नहीं पाया और भूतने फिर से उसे कहा की मुझे तुम्हे मारना पड़ेगा क्युकी मेरे ईस शीशे के अंदर से आजाद होने के बारे में सिर्फ़ तुम जानते हो मछुआ भय भीत हो गया तब मछुआ को उसके दादाजी की एक कहानी याद आई और मछुआ बोला की प्रेत आत्मा में जानता हु की तुम मेरी जान लेने वाली हो। 

लेकिन मेरी एक आखरी ख्वाइश हे और भुजने उसे आखरी खाईंस की त्यारे में पुस्यु की तुम ईतने बड़े हो लेकिन मुझे समज नहीं आया की तुम ईतने छोटे शीशे में कैसे आ गए ये बात मेरी समज के बहार हे क्या तुम बता सकते हो की ये मुनकिन कैसे हे।

तब भुत काफी सालो के बाद बहार निकला था। तो उसे बहार आने की बहोत ही ख़ुशी थी। तो वो अपनी बुद्धि खो बैठा था। ईस लिए भुत ने मछुअे को कहा की तुम मुर्ख मनुष्य ऐसे ही सवाल करते हो और भुत ने कहा की में ईतना कहा होने के बावजूत भी ईस शीशे में कैसे गुस जाता हु। और फिर भूतने अपने कद को छोटा किया और वो शीशे के अंदर गुस गया।

मछुआ ने फ़टाफ़ट से ढ़कन को बंद किया और कस के बंद कर दिया और फिर वो शीशे को समुंद्र के अंदर फेंक दिया बुद्धिमान मछुआ को भुत से छुटकारा मिल गया और फिर वो मछुआ हर रोज समुंद्र के किनारे आता और मछली ओको निकाल कर बाजार में बेच आता उससे ईन्हे काफी पैसे मिलते थे। लेकिन वो हमेशा ही सावचेत रहेता था। की उसके साथ पहले हुआ वैसा कभी ना हो पहेली बार तो उनकी बुद्धि ने उसे बचा लिया था।

लेकिन हर बार वैसा नहीं होता ईसलिये वो अपनी बोट को समुंद्र के बिच में ले जाता और वही पर जाल फेंकता अगर उसे कोई अजान चीज मिलती तो वो तुरंत ही समुंद्र में वापस फेंक देता था। उस दिन से उसकी बुद्धि और सावचेत हो गई थी। लेकिन मछुआ कभी भी समुंद्र में से खाली हाथ वापस नहीं आता था। और वो कुछ ना कुछ तो लेके ही आता था। और उनके छोटे से परिवार का गुजारा करता था। हमे भी बुद्धि मान बनना चाहिए।

दोस्तों हमे इस कहानी से ये पेरणा मिलती हे की कोई भी बात हो या काम हो वो सोच समझकर और बुद्धि मता से करना चाहिये क्युकी हम किसी वक्त पर हमारे पास मुसीबत आ सकती हे इस लिए हमें सवधान रहना चाहिए।


अगर आपको एक बुद्धिमान मछुआ की कहानी – Best Hindi Motivation Story ये आर्टिकल पसंद हे तो आप उसे अपने दोस्तों के साथ भी सेर करे।

4 चोरो की कहानी – Inspirational Story Of 4 Thieves In Hindi